एक तरफ जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि जनपद में किसी के घर पर भी बगैर उसकी मर्जी से आप बैनर-पोस्टर नहीं लगा सकते। घर तो घर, इस समय हाइवे हो या सरकारी स्कूल के भवन या बिजली पोल, सब पर बड़े-बड़े कटआउट और फोटोयुक्त होर्डिग लगे हुए हैं।
वैसे इसका नजारा सबसे ज्यादा सेक्टर चार और दो में देखने को मिल रहा है। दोनों सीटें अनारक्षित हैं और दोनों सीटों पर बड़े-बड़े दिग्गज अपनी पत्नी तो कोई अपनी बहन व भाभी को चुनाव लड़ाने के तैयारी में अभी से लंबे-लंबे काफिले के साथ देखे जा रहे हैं। वैसे इस सेक्टर व ब्लॉक में नामांकन दाखिल 6 व 7 अक्टूबर को होना है।
पंचायत चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए सभी हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। शराब, मुर्गा, बाटी चोखा बांटने से लेकर खुलेआम पैसा भी दिए जाने की बात सामने आई है। अब देखना है कि जिलाधिकारी आचार संहिता का उल्लंघन रोक पाते हैं या नहीं, क्योंकि सत्ताधारी लोग भी इस कार्य में बढ़चढ़कर हिस्सेदारी निभा रहे हैं।