देश के सशस्त्र बल, इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्डस कॉर्प्स (आईआरजीसी) तथा नागरिक सुरक्षा बल, बसीज ने एक समारोह में देश की सैन्य क्षमता के प्रदर्शन के लिए एक परेड में हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि सितंबर 1980 से अगस्त 1988 तक चले ईरान-इराक युद्ध से दोनों देशों को जान-माल की व्यापक क्षति हुई थी। माना जाता है कि युद्ध के दौरान, पांच लाख इराकी व ईरानी सैनिक और नागरिक मारे गए थे, जबकि कई अन्य घायल हुए थे।
समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ईरान व विश्व शक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते का स्वागत किया, जिसे उन्होंने ईरान का ‘प्रतिरोध और उपलब्धि’ करार दिया।
रूहानी ने आतंक का खतरा झेल रहे क्षेत्र के किसी भी देश को ईरान द्वारा मदद की पेशकश की।