लंदन, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। बड़े बर्तन, बड़ी खुराक और बड़े पैकेट के कारण आम तौर पर लोग अपनी जरूरत से अधिक खा लेते हैं। यह बात एक नए अध्ययन में कही गई है।
कैंब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा कराए गए इस अध्ययन में कहा गया है कि यदि परोसे जाने वाले भोज्य पदार्थो की मात्रा कम रखी जाए, तो एक वयस्क की ऊर्जा खपत 16 फीसदी (करीब 279 किलोकैलोरी रोजाना) से 29 फीसदी (करीब 527 किलोकैलोरी रोजाना) तक घट सकती है।
अधिक खाने से हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा बढ़ता है और इसके कारण लोगों का स्वास्थ्य कमजोर रहता है और वे समय से पहले मर सकते हैं।
शोधार्थी दल के सदस्य गैरेथ होलैंड्स ने कहा, “यह स्वाभाविक लगता है कि बड़े बर्तन में अधिक भोजन होगा, तो हम जाने-अनजाने अधिक खा लेंगे, लेकिन इस वैज्ञानिक तरीके से किए गए अध्ययन से पहले किए गए अन्य अध्ययनों के अलग-अलग तरह के निष्कर्ष रहे हैं।”
होलैंड्स ने कहा, “अधिक भोजन परोसे जाने से रोकने के लिए यदि भोजन या पेय पदार्थ के बर्तन आकार छोटा रखा जाए, उनकी उपलब्धता कम की जाए या दुकानों/घरों/रेस्तराओं में उसका आकर्षण कम किया जाए, तो कई लोगों को सीमा से अधिक खा लेने से रोका जा सकता है।”
अध्ययन का निष्कर्ष शोध पत्रिका ‘कोक्रेन डाटाबेस ऑफ सिस्टमेटिक रिव्यूज’ में प्रकाशित हुआ है।