अफ्रीका के विकास में एनडीबी की भूमिका पर आयोजित एक क्षेत्रीय सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका के उप सहकारिता प्रशासन और पारंपरिक मामलों के मंत्री आबेद बापेला ने कहा कि यह बैंक अफ्रीका को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की बेड़ियों से बाहर निकलने में मदद करेगा।
बापेला ने कहा, “हमारी मिली-जुली अर्थव्यवस्था है और हम अफ्रीका में बिना सीमा शुल्क के मुक्त व्यापार देखना चाहते हैं। हम पूरे अफ्रीका की ओर से ब्रिक्स में शामिल हुए हैं।” उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई कि अगले साल अप्रैल में जोहांसबर्ग में खुलने वाली एनडीबी की क्षेत्रीय शाखा का कार्यक्षेत्र पूरा अफ्रीका होगा।
बापेला ने कहा, “यह बैंक अलग तरीके से काम करेगा। हम शक्ति संतुलन को वाशिंगटन से बदलना चाहते हैं, जो हम पर शर्ते थोपते हैं।”
उन्होंने कहा कि एनडी सिर्फ पांच ब्रिक्स देशों के लिए नहीं है, बल्कि अफ्रीका, लातिन अमेरिका और एशिया के अन्य विकासशील देशों को भी मदद करेगा।
बापेला ने कहा, “आर्थिक विकास की धुरी उत्तर से दक्षिण की ओर खिसक गई है। इसलिए कंप्यूटर और सेल फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट भी वहां बनाए जा रहे हैं। चीन का तेजी से विकास हो रहा है और ऐसा कोई भी देश नहीं है, जो चीन से जुड़ा हुआ नहीं है।”
उन्होंने इस आरोप को भी खारिज किया कि चीन अफ्रीका में उपनिवेश फैला रहा है, जैसा पश्चिमी देशों ने किया था। उन्होंने कहा कि चीन कारोबारी गतिविधियों के लिए साझेदारी कर रहा है।