लंदन, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। सीरिया संकट में रूस की भूमिका को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन का रुख एक समान नहीं है। ब्रिटिश विदेश मंत्री फिलिप हैमंड और अमेरिकी विदेश मंत्री जान कैरी की इस मुद्दे पर हुई बातचीत में यह तथ्य उभर कर सामने आया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक शनिवार को हैमंड के सरकारी आवास पर उनसे मुलाकात करने के बाद कैरी ने कहा कि अमेरिका और रूस के रक्षा मंत्रियों ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से लड़ने के मुद्दे पर टेलीफोन पर देर तक बात की है।
तीन दिन की यात्रा पर ब्रिटेन पहुंचे कैरी ने कहा, “सवाल यह है कि क्या हमें आईएस के खिलाफ रूस की मदद का स्वागत करना चाहिए। बिलकुल करना चाहिए। हम इस बारे में कुछ समय से बात करते रहे हैं।”
कैरी ने कहा, “लेकिन इस बात का एक अन्य पहलू असद (सीरिया के राष्ट्रपति) हैं। आप इस बात को कैसे अलग कर सकते हैं कि वही (असद) इलाके में विदेशी लड़ाकों को आने देने के लिए चुंबक का काम कर रहे हैं।”
हैमंड ने कहा कि ब्रिटिश सरकार का रुख साफ है। अगर यह माना जाता है कि सीरिया पर हवाई हमले जरूरी हैं तो सरकार इसके लिए संसद की रजामंदी लेगी।
उन्होंन कहा, “हम स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। हम सैन्य स्थिति के बारे में सहयोगियों से बात जारी रखेंगे।”
हैमंड ने कहा कि रूस के दखल की वजह से सीरिया का मसला और उलझ गया है।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमें इस पर एक बड़ी समस्या के परिप्रेक्ष्य में विचार करना होगा। यह परिप्रेक्ष्य आव्रजकों का दबाव, सीरिया में पैदा हुआ मानवीय संकट और साथ ही आईएस को शिकस्त देना है। “
कैरी ने कहा कि आईएस से निपटने की रूस की इच्छा मसले के राजनैतिक हल के लिए अवसर उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने कहा कि यूरोप में मौजूदा आव्रजन समस्या की जड़ में सीरिया की हिंसा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका वार्ता के लिए तैयार है। पता नहीं असद और रूस इसके लिए तैयार हैं या नहीं।
अमेरिका ने कह रखा है कि असद को पद से हटना चाहिए। बीबीसी के मुताबिक कैरी ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि तुरंत हटना चाहिए या एक महीने में हटना चाहिए। यह एक प्रक्रिया है जिसमें सभी संबद्ध पक्षों को समस्या के सर्वश्रेष्ठ समाधान के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करना होगा।
कैरी ने कहा कि लंदन में हुई वार्ता ने सीरिया पर होने वाली संयुक्त राष्ट्र की बैठकों की बुनियाद रख दी है।