हांगकांग, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत अभी कई अन्य देशों से बेहतर निवेश गंतव्य है। यह बात यहां रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कही।
दो दिवसीय हांगकांग यात्रा पर आए जेटली ने निवेशकों और कारोबारियों के साथ हुई एक बैठक में कहा, “भारत कई देशों से बेहतर लाभ देगा।”
उन्होंने कहा कि देश के अवसंरचना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश की जरूरत है और विदेशी निवेश एक बड़ा अतिरिक्त संसाधन साबित हो सकता है।
उन्होंने कहा, “रेल मार्ग, राजमार्ग और बिजली क्षेत्रों को निवेश की जरूरत है और इन परियोजनाओं में निवेशकों की रुचि पर इन क्षेत्रों मे सफलता काफी कुछ निर्भर करती है।”
जेटली ने कहा, “व्यापार की सुविधा बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। निवेशकों का पहले का अनुभव यह रहा है कि भारत में प्रक्रिया काफी कठिन है।”
अवरुद्ध परियोजनाओं के कारण निजी कंपनियों की वित्तीय स्थिति प्रभावित होने की बात कहते हुए जेटली ने कहा कि प्रस्तावित राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष निवेश आकर्षित करने में काफी मददगार होगा और प्रभावित कंपनियों की वित्तीय स्थिति दुरुस्त करने में भी मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि यह कोष सरकार से स्वतंत्र होगा और एक अलग निवेशक के तौर पर काम करेगा।
मंत्री ने कहा कि कुछ राज्य बिजली का समुचित शुल्क नहीं ले रहे हैं। इसके कारण बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) का वित्तीय स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है।
जेटली ने कहा, “ये राज्य यह उम्मीद नहीं कर सकते कि सरकारी बैंक इन डिस्कॉम के घाटे की भरपाई कर देंगे।”
शुक्रवार को सिंगापुर सम्मेलन में अपने संबोधन के बाद सवाल-जवाब सत्र में जेटली ने कहा था कि देश की बिजली समस्या का कारण उत्पादन नहीं है, जो गत वर्ष जरूरत से अधिक था, बल्कि इस समस्या का कारण डिस्कॉम की वित्तीय स्थिति है, जिसके कारण वे बिजली नहीं खरीद पा रही हैं।
उन्होंने कहा, “इन डिस्कॉम से संबंधित राज्यों को सुधार करना होगा और साथ ही बिजली शुल्क बाजार मूल्य के बराबर कर यह सुधार करना होगा।”
जेटली सोमवार को एशिया पैसिफिक इनवेस्टर्स को-ऑपरेशन द्वारा आयोजित होने वाले पूंजी बाजार और संस्थानिक निवेशक सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
जेटली हांगकांग ट्रेड डेवलपमेंट काउंसिल और ग्रेटर चाइना चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ भी बैठक करेंगे। वह हांगकांग में वित्तीय क्षेत्र के निवेशकों और कोष प्रबंधकों के साथ भी कई अलग-अलग बैठक करेंगे।
वह सोमवार को हांगकांग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से भी मिलेंगे तथा भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।