नई दिल्ली, 11 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पाकिस्तान रेंजर्स के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई मुलाकात के दौरान कहा कि सरहद पर कभी भारत की ओर से पहली गोली नहीं चलेगी।
पाकिस्तान रेंजर्स के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई मेजर जनरल उमर फारूक बुर्की ने की।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, “गृह मंत्री ने उनसे (पाकिस्तान रेंजर्स) कहा कि भारत गोलीबारी की पहल नहीं करेगा। भारत, पाकिस्तान से दोस्ताना रिश्ते चाहता है।”
जवाब में बुर्की ने कहा कि वह एक बल के महानिदेशक मात्र हैं। अपनी तरफ से कोई वादा नहीं कर सकते। लेकिन भारतीय चिंता से पाकिस्तानी नेतृत्व को अवगत करा देंगे।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान रेंजर्स का प्रतिनिधिमंडल अपने भारतीय समकक्षों के साथ महानिदेशक स्तर की वार्ता के लिए नई दिल्ली आया हुआ है।
राजनाथ ने आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच एकजुटता पर भी जोर दिया और रेंजर्स से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उनकी सीमा से आतंकवादी भारत में घुसपैठ न करने पाएं।
उन्होंने कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ हर स्तर पर वार्ता चाहता है। इसीलिए उफा में प्रधानमंत्री मोदी ने नवाज शरीफ से मुलाकात की थी। हम पूर्व प्रधानमंत्री की शांति की नीति पर अमल कर रहे हैं जो बताती है कि दोस्त बदले जा सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं।
राजनाथ ने दोनों देशों की सीमा की निगरानी करने वाले बलों की बैठक का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ ही जवानों या नागरिकों को गोलीबारी का निशाना नहीं बनाना चाहिए।
बुर्की ने कहा कि पाकिस्तान भी अच्छे रिश्ते चाहता है। बैठक में हुए फैसलों पर अमल किया जाएगा।
बीएसएफ के महानिदेशक डी.के. पाठक ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि पहले दिन वार्ता काफी सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई।
शुक्रवार वार्ता का दूसरा दिन था।
महानिदेशक स्तर की वार्ता के अंतिम दिन यानी शनिवार को दोनों देशों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर होंगे।