टनकपुर। उत्तर भारत का प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेला शुरू हो गया। 65 दिन तक चलने वाले मेले का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमा पांडे ने किया। पहले दिन 50 हजार से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में शीश झुकाकर आशीर्वाद लिया। पहले दिन ही बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं को जाम से फजीहत झेलनी पड़ी।
शुक्रवार को ठूलीगाढ़ स्थित जिला पंचायत कैंप कार्यालय में मां पूर्णागिरि धाम के पुजारी भुवन चंद्र पांडे के मंत्रोच्चारण के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमा पांडे ने फीता काट कर मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मेले के सफल संचालन और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ठोस प्रबंध किए गए हैं। ठूलीगाढ से भैरव मंदिर तक श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 20 वाहनों का संचालन किया गया है। तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने पर मार्ग में वाहनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। एसडीएम व मेला मजिस्ट्रेट जसवंत सिंह राठौर ने कहा कि प्रशासन और जिला पंचायत की ओर से मेले में विद्युत, पेयजल, सफाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं। जिले के अलावा अन्य जिलों से भी पुलिस फोर्स मंगाई गई है। मां पूर्णागिरि धाम के अलावा कालिका मंदिर, ठूलीगाढ, भैरव मंदिर, बूम व टनकपुर मेला क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इधर, मेले के पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। वाहनों के काफी संख्या में पहुंचने से पूर्णागिरि मार्ग में जाम जैसी स्थिति बनी रही। वहीं, नेपाल के महेंद्र नगर व ब्रंादेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर में भी भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन का उमड़े।