नई दिल्ली: क्या मनमोहन सिंह को तीसरी बार भी प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलेगा. यह सवाल इसलिए उठा है क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद तीसरे कार्यकाल से इनकार नहीं किया है.
डरबरन से लौटते समय गुरुवार को हवाई जहाज में पत्रकारों ने मनमोहन सिंह से तीसरे कार्यकाल के बारे में सवाल किया था. तब पीएम ने कहा कि जब ऐसा समय आएगा तब देखा जाएगा.
डरबन में हुए ब्रिक्स सम्मेलन से लौटते हुए विशेष विमान में जब उनसे पूछा गया कि अगर 2014 के चुनाव में मौका आने पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी तीसरी बार आपको पीएम बनने को कहती है तो क्या आप इसे स्वीकार करेंगे? मनमोहन सिंह ने इसके जवाब में कहा, ‘यह काल्पनिक सवाल है. पहले हम लोग चुनाव के बाद उस मुकाम तक पहुंच तो जाएं.’
दिलचस्प बात ये है कि तीन दिन पहले दिग्विजय सिंह ने कहा था कि उन्हें राहुल गांधी ने कहा है कि वो भी पीएम दावेदारी के खिलाफ नहीं है.
दिग्विजय के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता लोगों का कल्याण है, लेकिन मीडिया ने ये समझा कि राहुल की प्राथमिकता पीएम बनना नहीं है.
दिग्विजय सिंह के मुताबिक राहुल गांधी ने उनसे कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा है कि कांग्रेस राहुल गांधी को अगले चुनाव में पार्टी नेता के रुप में प्रोजेक्ट कर सकती है.
अब तीसरे कार्यकाल में मनमोहन सिंह ने पीएम दावेदारी से इनकार नहीं किया है. इससे लोगों में ये जिज्ञासा बढ़ती जा रही है कि पीएम दावेदारी को लेकर कांग्रेस के अंदर क्या चल रहा है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भले ही 2014 में फिर से पीएम बनने की अटकलों से इंकार नहीं किया हो लेकिन कांग्रेस के नेताओं की दिलचस्पी पीएम से ज्यादा राहुल गांधी में दिख रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी का कहना है कि मनमोहन सिंह मौजूदा पीएम हैं, लेकिन कांग्रेस नेता भविष्य में राहुल गांधी को पीएम बनते देखना चाहती है.
उधर, बीजेपी ने मनमोहन सिंह के 2014 के आम चुनाव में भी सक्रिय रहने के संकेतों का स्वागत किया है.
मुलायम वापस ले सकते हैं समर्थन: पीएम
यूपीए सरकार और मुलायम सिंह यादव के रिश्तों पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अहम बयान दिया है.
डरबन से लौटते समय प्रधानमंत्री ने मुलायम सिंह यादव के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना से इनकार नहीं किया है. फिर भी प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि सरकार को कोई खतरा नहीं होगा और सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी.
मनमोहन सिंह का बयान इसलिए अहम है क्योंकि मुलायम सिंह यादव के तेवर लगातार तीखे हैं. वो लगातार कांग्रेस को कोस रहे हैं और बीजेपी की तारीफ कर रहे हैं.
अगर मुलायम सिंह यादव केंद्र की यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले भी लेते हैं तो सरकार की स्थिरता को फिलहाल कोई खतरा नहीं है और वो अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी.
ये भरोसा खुद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जताया है. प्रधानमंत्री ने डरबन में ब्रिक्स देशों की बैठक से लौटते हुए कहा कि चुनाव समय पर होंगे.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मुताबिक, ‘ये सच है कि अकसर गठबंधन में उठे मुद्दों को लेकर लगता है कि सरकार स्थिर नहीं है. इसलिए मैं इस तरह की संभावना से इंकार नहीं कर सकता. लेकिन मुझे इस बात का यकीन है कि हमारी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. और अगले आम चुनाव समय पर ही होंगे.’
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ये बयान सरकार को बाहर से समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के हाल में दिए कई बयानों को देखते हुए दिया है.
मुलायम सिंह यादव ने होली के दिन कहा था कि कांग्रेस धोखेबाज पार्टी है. मुलायम समय से पहले चुनाव होने और तीसरा मोर्चा बनाने की बात कह चुके हैं.
मुलायम ने बुधवार को अपने पुश्तैनी गांव सैंफई में होली के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं से कहा, ‘कांग्रेस नीत केन्द्र सरकार ने मुसलमानों की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति की सचाई उजागर करने वाली सच्चर समिति की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में डालकर उनके साथ छल किया है. कांग्रेस धोखेबाजों की पार्टी है और वह आगामी लोकसभा चुनाव में मुसलमानों के वोट हथियाना चाहती है.’
मुलायम के इस बयान के बाद आए पीएम के बयान पर समाजवादी पार्टी का कहना है कि ये सरकार न तो उन्होंने बनवाई है और ने वो गिराएंगे. लेकिन सवाल ये है कि अगर समाजवादी पार्टी सरकार से समर्थन वापस ले लेगी तो सरकार कैसे स्थिर रहेगी?