नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने शनिवार को दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से गिरफ्तार आंतकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी सैयद लियाकत शाह की योजना राजधानी में बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की थी। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने शुक्रवार तड़के दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में स्थित एक गेस्ट हाउस पर छापा मारकर भारी मात्रा में विस्फोटक एवं हथियार बरामद कर हिजबुल मुजाहिदीन के दो संदिग्ध आतंकियों को भी गिरफ्तार किया था।
सूत्रों की मानें तो आंतकी लियाकत शाह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से प्रशिक्षण मिला था और शाह के आकाओं ने उससे होली के आस-पास दिल्ली के भीड़-भाड़ वाले इलाकों को निशाना बनाने के लिए कहा था। शाह के निशाने पर दक्षिण दिल्ली का एक मशहूर मॉल और पुरानी दिल्ली स्थित चांदनी चौक जैसे इलाके थे। बताया यह भी जा रहा है कि अभी भी छह अन्य संदिग्ध आतंकवादी दिल्ली में छिपे हुए हैं। दिल्ली पुलिस इन आंतकवादियों की तलाश में जुटी हुई है। दिल्ली की एक अदालत ने संदिग्ध आतंकवादी लियाकत शाह को 15 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के दारपोरा गांव का निवासी 47 वर्षीय शाह बुधवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस की स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव ने कहा, शाह पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं की सहायता से नकली पासपोर्ट के जरिए काठमांडू पहुंचा। उसने कराची से हवाई जहाज से काठमांडू के लिए उड़ान भरी। इसके बाद उसने भारत-नेपाल की सोनौली सीमा से भारत में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में प्रवेश किया, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। श्रीवास्तव ने आगे बताया कि 19 मार्च को दिल्ली में आतंकी हमले से सम्बंधित मिली एक खुफिया जानकारी के बाद उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में भारत-नेपाल सीमा पर तथा उत्तराखंड में टनकपुर में एक-एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
आंतकी शाह ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकारा कि उसके दो-तीन साथियों ने दिल्ली में रेकी की थी। वे दिल्ली में बम विस्फोट की योजना बना रहे थे। जनवरी 2013 के शुरुआत में ही मुत्ताहिदा जिहाद काउंसिल (एमजेसी) की बैठक में इस आतंकी हमले की योजना बनाई गई। पुलिस ने एक एके-47 राइफल, हथगोले, 60 चक्र कारतूस और दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके के कुछ नक्शे बरामद किए।
हालांकि पुलिस को होटल में शाह से मुलाकात करने वाला शख्स नहीं मिला। दरअसल वह शख्स पहले ही होटल से निकल चुका था। फिलहाल पुलिस उस शख्स की तलाश कर रही है। शाह 1994 में भी एक एनकाउंटर में शामिल था। उसके बाद वह हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बन गया। साल 1997 में वह पाकिस्तान गया और प्रशिक्षण प्राप्त किया। शाह कश्मीर में 2011 में हुए एक आतंकी हमले में भी वांछित था।(हि.स.)