भारतीय चाय उत्पादकों का रूस और अन्य सी.आई.एस. देशों के लिए अपनी चाय के निर्यात में वृद्धि करने का इरादा है। भारतीय चाय उत्पादकों के संगठन “इंडियन टी एसोसिएशन” के उपाध्यक्ष आज़म मोनीम ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
भारतीय चाय उत्पादकों का रूस और अन्य सी.आई.एस. देशों के लिए अपनी चाय के निर्यात में वृद्धि करने का इरादा है। भारतीय चाय उत्पादकों के संगठन “इंडियन टी एसोसिएशन” के उपाध्यक्ष आज़म मोनीम ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
आज़म मोनीम ने “इकोनॉमिक टाइम्स” को बताया- “हमारा न केवल रूस को अपना निर्यात बढ़ाने का इरादा है, हम सभी सी.आई.एस. देशों में भी अपनी मौजूदगी बढ़ानी चाहते हैं।”
रूस और अन्य सी.आई.एस. देशों में, जिनमें यूक्रेन, कज़ाख़स्तान और अज़रबाइजान भी शामिल हैं, चाय की 20-22 करोड़ किलोग्राम सालाना खपत होती है जबकि इन देशों के लिए भारत से केवल 5 करोड़ किलोग्राम का निर्यात किया जाता है। रूस और अन्य सी.आई.एस. देशों में भारत का मुख्य प्रतिद्वंद्वी श्रीलंका है जो इस क्षेत्र में प्रतिवर्ष 6-6.5 करोड़ किलोग्राम चाय-पत्ती का निर्यात करता है