मुंबई की फिल्मी दुनिया की चमक-दमक देखकर शहर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली एक लड़की हीरोइन बनने का सपने देखने लगी थी, तभी फेसबुक पर उसकी मुलाकात मुंबई के रहने वाले एक युवक से हो गई। उस युवक ने उसे हीरोइन बनने के ख्याब दिखाते हुए मुंबई आने को कहा। लड़की उस युवक की बातों में आ गई और कॉलेज जाने के बहाने घर से भाग गई।
लड़की के माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी जब दोपहर तक वापस नहीं आई तो उन्हें चिंता हुई। उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन पता नहीं चल सका। देर शाम परिजनों को उसके कमरे से एक पत्र मिला।
परिजनों ने बताया कि पत्र में लिखा था कि वह हीरोइन बनना चाहती है, जिस कारण वह घर छोड़कर मुंबई जा रही है, वह अब बड़ी हीरोइन बनकर ही घर लौटेगी। घर वाले उसकी फिक्र न करें।
पत्र पढ़कर घर वालों के हाथ-पांव फूल गए। किसी अनहोनी की आशंका से वे तुरंत आरपीएफ थाने पहुंचे और रेलवे पुलिस के अधिकारियों को पूरी हकीकत से अवगत कराया।
मामले को गंभीर मानते हुए थाने पर मौजूद एसआई नंदलाल मीणा ने थाना प्रभारी के साथ लड़की की खोजबीन शुरू की।
इसी बीच थाना प्रभारी व एसआई मीणा ने झांसी स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज को देखकर सुराग जुटाने शुरू कर दिए। फुटेज में लड़की प्लेटफार्म पर खड़ी मुंबई जाने वाली गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस की तरफ बढ़ती देखी गई। ट्रेन वहां से खुल चुकी थी।
आरपीएफ कर्मियों ने तुरंत इटारसी स्टेशन से संपर्क किया, जहां पता चला कि ट्रेन चंद मिनट पहले ही इटारसी स्टेशन से भी रवाना हो चुकी है। इसके बाद पुन: उन्होंने भुसावल स्टेशन से संपर्क कर भुसावल आरपीएफ को अवगत कराया।
भुसावल आरपीएफ ने ट्रेन के पहुंचते ही खोजबीन शुरू की। संयोगवश लड़की महिला कोच में बैठी दिखाई दी। उसे उतार लिया गया और झांसी आरपीएफ को इसकी सूचना दी गई। आरपीएफ ने लड़की मिल जाने की सूचना परिजनों को दी।
लड़की के मिलने की सूचना मिलते ही घर में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों ने आरपीएफ कर्मियों को गले लगाकर खुशी जाहिर की। गुरुवार रात करीब दो बजे तक थाने में रिश्तेदारों व पुलिसकर्मियों का मजमा लगा रहा। परिजन देर में ही लड़की को लेने भुसावल रवाना हो गए थे।