पटना, 26 अगस्त (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के लिए केंद्र सरकार की ओर से घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा को बुधवार एक छलावा करार दिया।
नीतीश ने राजधानी पटना में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “बिहार के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज में एक लाख आठ हजार करोड़ रुपये की पुरानी योजनाएं हैं। पैकेज को लेकर अंधाधुंध विज्ञापनों के जरिए केंद्र सरकार झूठा प्रचार कर यह जताने की कोशिश कर रही है कि वे राज्य के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं। यह पैकेज पुरानी योजनाओं की ‘री पैकेजिंग’ है।”
नीतीश ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आंकड़ों की बाजीगरी कर केंद्र द्वारा राज्य की जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि बिहार की जनता इस झांसे में नहीं आने वाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह पैकेज ‘पॉलिटिक्स’ है और कुछ नहीं। विशेष पैकेज के तहत ज्यादातर उन योजनाओं का जिक्र किया गया है जो देशभर में लागू की जा रही हैं।”
उन्होंने कहा कि पैकेज में राष्ट्रीय राजमार्ग की जिन 41 परियोजनाओं की चर्चा की गई है, उसमें से 37 परियोजनाएं वर्ष 2005 से ही आवंटित हैं। ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम पूरे देश में चल रहा है और बिहार में भी होगा।
पैकेज की राशि पर सवाल उठाते हुए नीतीश ने कहा कि विशेष पैकेज के लिए राशि कहां से आएगी? उन्होंने कहा, “वित्त मंत्रालय को इस बात की चिंता ही नहीं है। यह इस बात का प्रमाण है कि विशेष पैकेज मात्र छलावा है और कुछ नहीं।” उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य पर एहसान थोपने की कोशिश की जा रही है।
इसके पूर्व नीतीश ने ट्विटर पर लिखा, “विशेष पैकेज का दुष्प्रचार किया जा रहा है, सवा लाख करोड़ रुपये में से एक लाख आठ हजार करोड़ की ‘री पैकेजिंग’ की गई है। मोदी जी ने बिहार के लोगों के समर्थन के साथ-साथ उनके भरोसे की भी बोली लगा दी।”
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के आरा में चुनावी रैली के दौरान बिहार के लिए सवा लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद बिहार में पैकेज को लेकर सियासत तेज हो गई है।
बिहार में सतारूढ़ जनता दल (युनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस ने इसे चुनावी घोषणा और रिश्वत तक तक कह डाला है।
गौरतलब है कि मोदी ने विशेष पैकेज की घोषणा करते हुए कहा था कि इससे बिहार का विकास होगा।