मुंबई, 24 अगस्त (आईएएनएस)। देश शेयर बाजारों के एक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में फिर एक बार सोमवार को ही 1,625 अंकों की रिकार्ड गिरावट दर्ज की गई। अंकों के लिहाज से यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है।
इससे पहले भी सोमवार को ही करीब 92 महीने पहले सेंसेक्स 7.4 फीसदी या 1,408.35 अंकों की गिरावट का शिकार हुआ था, जो अंकों के लिहाज से तक तक की सबसे बड़ी गिरावट थी।
अनुपात के लिहाज से हालांकि ताजा गिरावट 2004 की गिरावट का आधा है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, 17 मई 2004 को 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में 11.13 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी।
ताजा गिरावट के बाद जहां वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस गिरावट के कारण देश से बाहर मौजूद हैं और देश की आर्थिक बुनियाद मजबूत है, वहीं वित्त मंत्रालय ने 21 जनवरी 2008 की गिरावट के बाद भी अपने बयान में ऐसी ही बात कही थी।
तब मंत्रालय ने कहा था, “आज की बाजार की गिरावट वैश्विक अर्थव्यवस्था में जारी अनिश्चितता का नतीजा है और देश की अर्थव्यवस्था की बुनियाद में कुछ भी बदलाव नहीं हुआ है।”
ताजा गिरावट से पहले सिर्फ दो बार सेंसेक्स में 1,000 अंकों से अधिक गिरावट दर्ज की गई है। एक बार 21 जनवरी 2008 में और दूसरी बार 24 अक्टूबर 2008 में।