नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश के वैज्ञानिकों को आम आदमी के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समय सीमा निर्धारित करना चाहिए।
मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी एक बयान के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि सरकार आम आदमी तथा वैज्ञानिकों के बीच खाई को पाटने के प्रयास में लगी है, ताकि वैज्ञानिक शोध का परिणाम देश के हरेक नागरिक तक पहुंचे।
बेंगलुरू के रमण शोध संस्थान में शुक्रवार को हर्ष वर्धन ने कहा, “वैज्ञानिकों को आम आदमी के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और आने वाले महीनों में देखेंगे कि प्रत्येक प्रयोगशाला अपने संसाधनों को विशिष्ट आविष्कार पर केंद्रित करेंगे।”
उन्होंने कहा, “वैज्ञानिकों के काम करने का एक तरीका होना चाहिए और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समय सीमा तय करें। भारतीय प्रयोगशाला अब उद्योग संचालित प्रौद्योगिकियों के विकास के तरीके ईजाद करने की उम्मीद कर रहे हैं।”
मंत्री ने कहा, “जलवायु स्थितियों की बेहतर भविष्यवाणी के लिए भू विज्ञान के क्षेत्र में अध्ययन व प्रयोग जारी हैं। प्रौद्योगिकी अनुसंधान को और अधिक फंड मुहैया कराने के लिए सरकार तैयार है।”