दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) के बीच नई दिल्ली में सोमवार को बैठक होनी है, लेकिन कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के साथ अजीज की प्रस्तावित मुलाकात के कारण एनएसए वार्ता पर संशय के बादल मंडराने लगे हैं।
अजीज ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं इस बात से निराश हूं कि भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच 24 अगस्त को होने वाली पहली आधिकारिक वार्ता को परोक्ष तौर पर रद्द कर दिया।” उन्होंने हालांकि कहा कि भारत सरकार ने वार्ता रद्द करने को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी है।
नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग ने एनएसए वार्ता से ठीक पहले जम्मू एवं कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को अजीज से मुलाकात के लिए दिल्ली आमंत्रित किया है, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा था कि नई दिल्ली ने पाकिस्तान को कश्मीरी नेताओं के साथ बैठक नहीं करने की सलाह दी थी, लेकिन इस्लामाबाद ने उसे खारिज कर दिया।
पाकिस्तान ने कश्मीरी अलगावादी नेताओं के साथ बैठक पर अडिग रहते हुए कहा है कि भारत के साथ वार्ता से पहले पाकिस्तान द्वारा कश्मीरी नेताओं के साथ परामर्श की परंपरा रही है।
भारतीय मीडिया में यह खबर आई कि वरिष्ठ कश्मीरी नेता शब्बीर शाह को शनिवार को उस वक्त हवाईअड्डे पर हिरासत में ले लिया गया, जब वह अजीज से मिलने के लिए विमान से नई दिल्ली पहुंचे।
अजीज ने शाह की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए कहा कि यह शाह के मौलिक अधिकारों का हनन है और इस घटना से वह चिंतित हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की धरती पर भारतीय गुप्तचर एजेंसी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) की गतिविधियों के बारे में यहां तीन दस्तावेज तैयार किए गए हैं।
अजीज ने कहा कि वह ये दस्तावेज अपने साथ लेकर भारत जाएंगे और उन्होंने आशा जताई कि 24 अगस्त को भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के साथ मुलाकात के दौरान इन दस्तावेजों को उन्हें सौंपेंगे।
उन्होंने कहा, “यदि नई दिल्ली में डोभाल को दस्तावेज सौंपने का मौका नहीं मिलता है, तो मैं आशा करता हूं कि अगले महीने यदि वह (भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी के साथ न्यूयार्क आते हैं, तो वहां उन्हें ये दस्तावेज सौंपेंगे।” अजीज ने कहा कि वे इन दस्तावेजों को संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भी सौंपेंगे।
अजीज ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री अपनी शर्तो पर संबंध सामान्य करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “हमारी तरफ से वार्ता रद्द किए जाने की पुष्टि नहीं है.. हम प्रस्तावित वार्ता के लिए जाने को तैयार हैं।”