बेंगलुरू, 21 अगस्त (आईएएनएस)। सफल होने के लिए उद्यमियों में अपनी स्पष्ट राय जरूरी है। यह बात इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन निलेकणी ने शुक्रवार को ‘द इंडस एंटरप्रेन्योर्स (टीआईई) लीपफ्रॉग’ सम्मेलन में कही।
टीआईई लीपफ्रॉग के मुख्य सलाहकार निलेकणी ने कहा, “दुनिया तेजी से बदल रही है। आप में भविष्य का अनुमान लगाने की क्षमता होनी चाहिए।”
अगले पांच से 10 सालों में प्रौद्योगिकी हमारी दुनिया को फिर से बदल देगी और हमारे कामकाज, खेल और जीवन शैली में काफी बदलाव आ जाएगा।
टीआईई लीपफ्रॉग देश में स्टार्टअप कारोबार के माहौल में रह गए रिक्त स्थानों को भरने के लिए काम कर रही है।
निलेकणी ने कहा, “भविष्य की कल्पना, संभावनाओं की कल्पना, चुनौतियों के समाधान के तरीके वित्तीय सेवा, रिटेल और स्वास्थ्य सेवा उद्योगों को व्यापक तौर पर प्रभावित करेंगे।”
इंफोसिस के पूर्व अधिकारी मोहनदास पई ने कहा, “हम अगले 10 सालों में स्टार्टअप कंपनियों की संख्या एक लाख तक पहुंचाना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि 500 अरब डॉलर मूल्य का सृजन हो और 30 लाख को रोजगार मिले।”
टीआईई बेंगलुरू के अध्यक्ष नागानंद दोरास्वामी ने कहा, “हमें बेंगलुरू में होने का सौभाग्य मिला है। हमारी उम्मीद है कि बेंगलुरू दुनिया की स्टार्टअप राजधानी बने।”
दिन भर के सम्मेलन में हुई चर्चाओं में फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल, ओला कैब्स के सह-संस्थापक भवीश अग्रवाल, बैंकबाजार डॉट कॉम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल शेट्टी और पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा जैसी चर्चित हस्तियां शामिल थीं।