न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय (यूएनएसडब्ल्यू) के अध्यक्ष और कुलपति इयान जैकब्स ने हाल में सिन्हुआ के एक कार्यक्रम में कहा, “लोग जब एक दूसरे को देखते और समझते हैं, तो उनके बीच के अवसरों से हर प्रकार के लाभ निकलने लगते हैं।” जैकब फरवरी 2015 में विश्वविद्यालय से जुड़े।
विश्वविद्यालय में स्नातक के छह हजार और पीएचडी के 700 विद्यार्थी चीन से हैं। जैकब ने कहा कि दोनों देशों के नागरिकों को एक दूसरे देश में पढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा, “चीन में पढ़ने वाले आस्ट्रेलियाई विद्यार्थियों की संख्या बढ़नी चाहिए।” उन्होंने कहा कि आदान-प्रदान और आपसी समझ से हर किसी को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि सरकारों, विश्वविद्यालयों और व्यापार के आपसी संपर्क बढ़ने से वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी।
जैकब ने कहा कि विश्वविद्यालय खोज को बढ़ावा देते हैं और उनसे सामाजिक और आर्थिक प्रगति होती है।
प्रोफेसर ने कहा कि चीन में तृतीय शिक्षा पद्धति काफी उम्दा प्रदर्शन कर रही और इन जरूरतों को पूरा कर रही है।
उन्होंने कहा, “चीन के विश्वविद्यालयों के परिणाम की गुणवत्ता और जिस प्रकार विश्वविद्यालयों को कोष उपलब्ध कराया जा रहा है, वह काफी प्रभावी है।”
उन्होंने हालांकि कहा कि नवाचार को बढ़ावा देने के लिए चीन के विश्वविद्यालयों को सरकार और उद्योग के साथ तालमेल बढ़ाना चाहिए।