नई दिल्ली, 18 अगस्त (आईएएनएस)। सर्वोच्च न्यायालय को एक धमकी भरा ई-मेल मिला है, जिसमें 1993 के मुंबई विस्फोट के दोषी याकूब मेमन को दी गई फांसी के प्रतिशोध स्वरूप न्यायालय को बम से उड़ाने की बात कही गई है। इस धमकी के बाद से प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया, “हाल ही में याकूब मेमन को दी फांसी के बाद धमकी भरा यह ई-मेल न्यायालय के आधिकारिक ई-मेल पते पर आया। यह मेल अंग्रेजी में लिखा गया है और इसमें न्यायालय भवन को बम से उड़ाने की बात कही गई है।”
सूत्रों के मुताबिक , यह ई-मेल न्यायालय के आधिकारिक पते पर यानी सुप्रीमकोर्ट एट एनआईसी डॉट इन पर आया है।
सूत्रों ने आगे कहा, “सर्वोच्च न्यायालय परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यह मामला पुलिस की विशेष शाखा एवं साइबर शाखा को सौंपा गया है, जो जिला पुलिस के साथ मिलकर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मेल कहां से भेजा गया है।”
इससे पूर्व पांच अगस्त को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा को धमकी भरा खत मिला था। मेमन की फांसी बरकरार रखने वाली पीठ में मिश्रा भी शामिल थे। मेमन को फांसी की सजा बरकरार रखने वाली पीठ के तीनों न्यायाधीशों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
मेमन को 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के लिए 2007 में दोषी ठहराया गया था। इन विस्फोटों में 257 लोगों की मौत हुई थी। मेमन को 30 जुलाई को फांसी दे दी गई।