राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग, राष्ट्रीय सांख्यिकीय ब्यूरो और राष्ट्रीय ऊर्जा प्रशासन द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, शंघाई नगरपालिका, हेबेई एवं जिलिन प्रांतों में साल दर साल पर ऊर्जा की खपत में सर्वाधिक गिरावट आई है। यह गिरावट क्रमश: 8.71 प्रतिशत, 7.19 प्रतिशत और 7.05 प्रतिशत है।
सरकार ने 2014 में औद्योगिक मूल्य-वर्धित उत्पादन के प्रत्येक 10,000 युआन पर भी ऊर्जा खपत का मूल्यांकन किया है। गुईझो प्रांत में सर्वाधिक 13.39 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि शिनजियांग उईगर स्वायत्त क्षेत्र इस सूची में आखिरी पायदान पर है, जहां औद्योगिक मूल्य-वर्धित उत्पादन के प्रति 10,000 युआन के लिए ऊर्जा खपत 2.31 प्रतिशत बढ़ा है।
चीन का लक्ष्य 2011 के स्तर की तुलना में इस साल के अंत तक ऊर्जा के इस्तेमाल में 16 प्रतिशत की कटौती करना है। इसके साथ ही सरकार गैर-जीवाष्म ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाकर 2020 तक 15 प्रतिशत और 2030 तक इसे और बढ़ाकर 20 प्रतिशत करना चाहती है।
2015 की पहली छमाही में चीन में बिजली का इस्तेमाल सिर्फ 1.3 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि आर्थिक विकास दर इस दौरान सात प्रतिशत रही।