इंदौर। सामने जवान और होनहार बेटे की लाश रखी है और पिता डॉक्टरों के सामने हाथ जोड़कर कह रहे थे- मेरे बेटे के सारे अंग ले लो और इनसे दूसरों को जिंदगी दे दो। वो तो अब मेरे पास रहा नहीं, लेकिन इन अंगों से किसी का जीवन बन जाए तो मेरे बेटे का जीवन सार्थक हो जाएगा। पिता की हिम्मत और इंसानियत के आगे डॉक्टर भी भौंचक और भावुक हो गए। आखिर बेटे की किडनी, आंखें और स्किन दान हो गई। पिता ने तो लीवर भी दान करने की इच्छा जताई थी लेकिन समय के अभाव में ऐसा नहीं हो पाया। दो जरूरतमंदों को किडनी प्रत्यारोपित करने की प्रक्रिया शुरू भी हो गई।एक तरफ आंगन में जवान बेटे की अर्थी तैयार की जा रही थी। माहौल गमगीन था। दूसरी तरफ पिता को चिंता थी उन दो मरीजों की जिन्हें उनके मृत बेटे मनीष की किडनी लगाई गई है। आखिर उनसे रहा नहीं गया। शनिवार सुबह दो रिश्तेदारों को चोइथराम हॉस्पिटल भेजा। हॉस्पिटल पहुंचते ही रिश्तेदार दोनों मरीजों के परिजनों से मिले और पूछा कि ऑपरेशन ठीक से हो गया ना? खैरियत पूछने के बाद वे बोले- आपको स्वस्थ और खुश देखकर हमें तसल्ली होगी कि मनीष को फिर जीवन मिल गया। हमारे लिए यही बहुत है।
ब्रेकिंग न्यूज़
- » सागर मेडिकल कॉलेज का नाम,”आचार्य विद्यासागर मेडिकल कॉलेज” होगा
- » चेन्नई टेस्ट मैच:भारत ने बांग्लादेश को 280 रन से हराया
- » MPPSC मामले पर राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार
- » कोलकाता समिट में मिली बड़ी सफलता, लगभग 20 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव मिले
- » राजस्थान में हल्की बारिश की संभावना,उत्तरी भाग का पारा नीचे लुढ़का
- » भुवनेश्वर: महामहिम राष्ट्रपति के गृह राज्य में महिला का यौन-उत्पीड़न
- » सरकारी फैक्ट-चेक यूनिट असंवैधानिक,बॉम्बे हाईकोर्ट ने संशोधित आईटी नियमों को रद्द किया
- » नायडू ऐसे व्यक्ति हैं जो राजनीतिक लाभ के लिए भगवान का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, CM जगन रेड्डी ने तोड़ी चुप्पी
- » प्रदेशभर में कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली,सोयाबीन का भाव 6000 से नीचे मंजूर नहीं
- » चंद्रबाबू नायडू का आरोप:तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी का हुआ इस्तेमाल