बीजिंग, 11 अगस्त (आईएएनएस)। चीन के शिक्षा मंत्रालय ने स्कूलों को आदेश दिया है कि विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में सुधार किया जाए। लेकिन मंत्रालय ने जांच की अनिवार्यता और विद्यार्थियों को मानसिक रूप से बीमार कहने पर पाबंदी लगा दी है।
मंत्रालय ने मंगलवार को प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालयों में मानसिक परामर्श कक्ष बनाने, मुफ्त परामर्श प्रदान करने तथा विद्यार्थियों की मानसिक स्थिति से संबंधि सूचनाओं का रिकॉर्ड रखने के निर्देश दिए हैं।
पढ़ाई के दौरान परामर्श कक्ष हमेशा खुला रहेगा। उसमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कम से कम एक पेशेवर की उपस्थिति जरूरी होगी, जिसे शिक्षक का दर्जा प्राप्त होगा। स्कूल को परामर्श कक्ष के लिए अलग से वित्तीय व्यवस्था करनी होगी।
मंत्रालय के दस्तावेज के मुताबिक, कर्मचारी को मानसिक जांच या अन्य जांच तरीकों का ध्यानपूर्वक इस्तेमाल करना होगा। वे विद्यार्थियों को किसी जांच के लिए बाध्य नहीं कर सकते और न ही किसी विद्यार्थी को मनमाने ढंग से मानसिक रूप से बीमार करार दे सकते हैं।
विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियों को तब तक गुप्त रखा जाएगा, जब तक वह उनके लिए या किसी अन्य के लिए खतरा साबित न हो।
मानसिक स्वास्थ्य कर्मचारी, संकट कालीन घटनाओं को संभालेंगे और किसी के घायल होने से बचाव करेंगे।