नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गुरुवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के उधमपुर जिले में आतंकवादी हमले में किसी भी तरह की खुफिया जानकारी नहीं थी और यह अपेक्षाकृत सुरक्षित क्षेत्र माना जा रहा था।
बीएसएफ के महानिदेशक डी.के. पाठक ने मीडिया को यहां बताया, “हमारे दो जवान शहीद हुए, 14 घायल हुए जिसमें एक की हालत गंभीर है।”
उन्होंने कहा, “बस में मौजूद बीएसएफ के सिर्फ एक जवान के पास हथियार था, जिस पर हमला किया गया। अगर हमारे जवान ने आतंकवादी को नहीं मारा होता, तब आतंकवादी बड़ा संहार करते। जिस तरह से स्थिति पर काबू पाया गया, वह प्रशंसनीय है। उनकी वजह से कई जिंदगियां सुरक्षित हैं।”
पाठक ने कहा कि हमले को लेकर कोई खुफिया सूचना नहीं थी।
उन्होंने कहा, “पिछले 20 सालों में इस इलाके में कोई घटना नहीं हुई, यह अपेक्षाकृत सुरक्षित इलाका है।”
इलाके में सुरक्षा प्रबंधनों पर एक नजर डालते हुए उन्होंने कहा, “हम हमारे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के पैटर्न में सुरक्षा कारणों से बदलाव कर रहे हैं।”
2008 में मुंबई में हुए हमले के बाद पहली बार भारतीय सुरक्षा बलों ने बुधवार को जम्मू एवं कश्मीर में हुए हमले के दौरान एक पाकिस्तानी आतंकवादी को गिरफ्तार किया। इस घटना में दो जवान शहीद हो गए और एक आतंकवादी मारा गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि युवा आतंकवादी की पहचान उस्मान ऊर्फ कासिम खान के रूप में हुई है जो पाकिस्तान के फैसलाबाद का रहने वाला है और लश्कर-ए-तैयबा से इसका जुड़ाव है। इस संगठन ने 2008 में मुंबई में हमला किया था।
इधर, गुरुवार को बीएसएफ महानिरीक्षक राकेश कुमार ने जम्मू में सवांददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि इनका काफिला आतंकवादियों के निशाने पर नहीं था।
उन्होंने कहा, “हमारा काफिले आतंकवादियों के निशाने पर नहीं था। वे हमारे वाहन के घटनास्थल पर पहुंचने के वक्त किसी और का इंतजार कर रहे थे।”