नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। राज्यसभा की कार्यवाही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग को लेकर जारी हंगामे के कारण गुरुवार को भी बाधित रही और अंतत: दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सदस्यों ने सभापति एम. हामिद अंसारी को एक पत्र लिख सदन की कार्यवाही में बाधा डालने वाले कांग्रेस सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस सदस्य कई बार सभापति की आसंदी के करीब इकट्ठा हुए और नारेबाजी की एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने मोदी से अपनी चुप्पी तोड़ने के लिए कहा।
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी को सहयोग करने के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार सुबह 11 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर उधमपुर आतंकवादी हमले और कश्मीर में एक पाकिस्तानी आतंकवादी के जिंदा पकड़े जाने पर बयान दिया।
इसके कुछ देर बाद ही कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी शुरू दी, जिसके चलते राज्यसभा की कार्यवाही पहली बार दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
दोपहर में भी सदन में कमोबेश यही स्थिति रही, जिसे देखते हुए सभापति हामिद अंसारी ने कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भोजनावकाश के बाद भी सत्र में वैसा ही हंगामा हुआ।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने भ्रष्टाचार निरोधक (संशोधन) विधेयक, 2013 से संबंधित एक विधेयक पर चर्चा के लिए बिल पेश किया, जो भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में संशोधन करेगा। राज्यसभा में हंगामे के चलते इस पर चर्चा नहीं हो सकी।
विपक्षी सदस्यों ने कहा कि सदन में शांति न होने तक विधेयक पर चर्चा नहीं होगी।
इससे खफा केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “यही बर्ताव अन्य सदन में जो कुछ हुआ, उसकी वजह बना है। वे क्या चाहते हैं?”
उन्होंने कांग्रेस सदस्यों द्वारा किए जा रहे हंगामे के संदर्भ में कहा, “इस हो हो का क्या मतलब है? अगर आप चिल्लाना चाहते हैं, तो बाहर सड़क पर जाइए।”
हंगामे और शोरशराबे के बीच उपसभापति पी.जे. कुरियन ने राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।