नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर के उधमपुर जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और इसे राज्य में शांति भंग करने की पाकिस्तान की कोशिश करार दिया।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर के उधमपुर जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और इसे राज्य में शांति भंग करने की पाकिस्तान की कोशिश करार दिया।
गृहमंत्री ने राज्यसभा में बयान जारी करते हुए कहा, “जम्मू के उधमपुर में बुधवार को बीएसएफ के काफिले पर दो आतंकवादियों ने हमला किया और 14 हमले में घायल हुए।”
राजनाथ ने कहा, “दो में से एक आतंकवादी मारा गया और अन्य को स्थानीय लोगों की मदद से पकड़ लिया गया। शुरुआती जांच के बाद आकंतवादी ने अपना नाम नावेद उर्फ मोहम्मद उस्मान बताया और यह भी कि वह फैसलाबाद का रहने वाला है।”
संसद के ऊपरी सदन में मानसून सत्र की शुरुआत से ही लगातार चल रहे हंगामे के बीच गुरुवार को विपक्ष केंद्रीय गृहमंत्री का बयान सुनने को सदन राजी हुआ। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने उधमपुर में हुए आतंकवादी हमले को पूरे देश के लिए गंभीर चिंता का विषय बताया।
राजनाथ ने कहा कि आतंकवादियों के पास से मैगजीन के साथ एके-47 राइफल और विस्फोटक बरामद किए गए हैं।
राजनाथ ने कहा, “यह हमला जम्मू एवं कश्मीर में सीमा पार आतंकवादियों द्वारा शांति भंग करने की कोशिश है।”
उन्होंने बीएसएफ के दो जवानों की मौत और लोगों के घायल होने पर अफसोस जाहिर किया।
राजनाथ ने कहा, “बीएसएफ, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने साहस दिखाया, जिस कारण कम क्षति हुई। इस साहस भरे कदम के लिए शहीद जवानों के परिजनों को सहायता राशि व नौकरी दी जाएगी तथा जवानों को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार दिया जाएगा।”
राजनाथ ने कहा, “हम विशेषकर ग्रामीणों की वीरता का सम्मान करते हैं, जिन्होंने अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर आतंकवादियों को पकड़ा। हमने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि वे उनके इस कार्य पर उन्हें पुरस्कृत करें। हम मानते हैं कि गिरफ्तार आतंकवादी से पूछताछ के दौरान वह हमें अपनी कार्य प्रणाली की जानकारी देगा।”
इसके तुरंत बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।