यूएनडब्ल्यूटीओ ने मंगलवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि चाइना नेशनल टूरिज्म एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनटीए) और स्टेट काउंसिल लीडिंग ग्रुप ऑफ पॉवर्टी एलीविएशन एंड डेवलपमेंट (एलजीओपी) ने हाल ही में ‘ग्रामीण पर्यटन को गरीबी उन्मूलन के प्रभावकारी उपाय’ के तौर पर बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।
विश्व पर्यटन संगठन ने चीन के पर्यटन विभाग से मिले आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, “चीन में 2011 से 2014 के बीच एक करोड़ लोगों को पर्यटन के जरिए गरीबी के चंगुल से मुक्त कराया गया। सबसे बड़ी बात यह है कि चीन ने 2020 तक गरीब आबादी के 17 फीसदी हिस्से को गरीबी के चंगुल से मुक्त कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है।”
यूएनडब्ल्यूटीओ के महासचिव तलेब रिफाई ने कहा, “पर्यटन एक उत्पादक कारोबार है, जो ऐसे इलाकों में विविध प्रकार के रोजगार का सृजन करता है और उद्योग शुरू करने की संभावनाएं बनाता है, जहां आर्थिक गतिविधियां सीमित होती हैं या समाप्त हो चुकी होती हैं।” रिफाई ने हाल ही में चीन के पर्यटन अधिकारियों से मुलाकात की थी।
सीएनटीए और चीन के एलजीओपी को 2020 तक ग्रामीण पर्यटन से जुड़े 30 कारोबारों को उपभोक्ता के रूप में दो अरब पर्यटक मिलने की उम्मीद है, जिससे चीन की 20 लाख ग्रामीण आबादी के लिए गरीबी से मुक्ति दिलाने में मदद मिलेगी।