रियो डी जनेरियो, 5 अगस्त (आईएएनएस)। ब्राजीलियाई शहर रियो के पास ओलंपिक खेलों की मेजबानी की तैयारी के लिए सिर्फ एक वर्ष रह गए हैं, हालांकि सवाल उठने लगे हैं कि रियो इसके लिए किस हद तक तैयार है? दूसरी ओर आयोजकों का कहना है कि तैयारियां सही दिशा में चल रही हैं और निर्धारित बजट के अनुरूप हैं।
स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में रियो के जल प्रदूषण का मुद्दा चर्चा में है। संसाधनों की राह में रोड़ों की बात भी सामने आ रही है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने रियो-2016 के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी लियोनाडरे ग्राइनर के हवाले से कहा, “तैयारियां निर्धारित कार्यक्रम और हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप हैं।”
ग्राइनर ने कहा, “अब तक हम आयोजन स्थलों की योजना, शहर के बारे में अलग-अलग तरह की योजना, लोगों के आने और अपनी कार्रवाइयों को शहर भर में बांटने पर काम कर रहे थे। अब इन्हें सांगठनिक रूप से अमल में लाने का समय आ गया है। यह अब एक बड़ी चुनौती है।”
मीडिया में रियो के गुआनाबारा खाड़ी को साफ करने की चुनौती का मुद्दा छाया हुआ है। यहां पर पाल नौकायान प्रतियोगिता होनी है। रोडरिजो डे फ्रीटास झील के पानी की गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में है, जहां रोविंग और कैनोइंग की प्रतियोगिताएंहोनी हैं।
ग्राइनर ने बताया कि इन दोनों ही जगहों पर काम इस तरह किया गया है कि ये खेल के लिए पूरी तरह तैयार रहें। गुआनाबारा खाड़ी में ईको बैरियर लगाए गए हैं ताकि नदियों के पानी के साथ उसमें कचरा न गिरे।
उन्होंने कहा, “यह एक विशाल खाड़ी है और इसे पूरी तरह स्वच्छ करने में 10 साल लग जाएंगे।”
ओलंपिक गोल्फ कोर्स को लेकर भी कुछ समस्याएं है। यह एक संरक्षित वन्य क्षेत्र के पास है। पर्यावरण के जानकारों का कहना है कि गोल्फ कोर्स की वजह से जीव-जंतुओं और पेड़-पौधों पर बुरा असर पड़ेगा।
लेकिन, ग्राइनर ऐसा नहीं मानते। उनका कहना है कि गोल्फ कोर्स से उल्टे अच्छा असर पड़ा है। उन्होंने कहा, “गोल्फ कोर्स को सुधारने का काम शुरू होने के वक्त यहां बुरे हालात थे। लेकिन जब से गोल्फ कोर्स की सूरत बदलने का काम शुरू हुआ, यहां हरियाली भी बढ़ गई और इलाके में पशु पक्षी भी लौट आए।”