नई दिल्ली: भारत के खिलाफ शृंखला के चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में मेहमान कंगारुओं का संकट लगातार गहराता जा रहा है। शृंखला में 4-0 का परिणाम हासिल करने के लिए उतावली भारतीय टीम के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की पारी को संभालने की कोशिशों को जल्दी-जल्दी चार झटके और दे दिए हैं, और अब उनके सात बल्लेबाज पैवेलियन लौट चुके हैं।
लंच के बाद पारी के 33वें ओवर की आखिरी गेंद पर रविचंद्रन अश्विन ने बेहद सधा हुआ खेल दिखा रहे सलामी बल्लेबाज एड कोवान को क्लीन बोल्ड कर पैवेलियन लौटाया, और उसके कुछ ही देर बाद कप्तान शेन वॉटसन 39वें ओवर में रवींद्र जडेजा की गेंद पर भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के हाथों स्टम्प उखड़वा बैठे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज अभी संभल भी नहीं पाए थे, कि 41वें ओवर में अश्विन ने फिर हमला बोला और विकेटकीपर मैथ्यू वेड को दो रन के निजी स्कोर पर मुरली विजय के हाथों कैच आउट करवा दिया। फिर 47वें ओवर में जडेजा फिर चमके और 16 गेंदों में एक चौके और एक छ्क्के की मदद से 10 रन बनाने वाले ग्लेन मैक्सवेल को इशांत के हाथों लपकवा दिया।
कंगारू सलामी बल्लेबाज कोवान ने आउट होने से पहले 99 गेंदों का सामना कर 38 रन बनाए थे, जिनमें सात चौके शामिल थे, जबकि वॉटसन ने 56 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 17 रन बनाए, और वेड ने सिर्फ पांच गेंदों का सामना किया।
अब दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे मैच के पहले दिन टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्टीवन स्मिथ का साथ देने के लिए सिड्डल मैदान में आए हैं, और ऑस्ट्रेलिया के स्कोरकार्ड पर 54 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 136 रन दिखाई दे रहे हैं। जॉनसन तीन रन बनाकर अश्विन का शिकार हो गए हैं।
इससे पहले, भारतीय तेज़ गेंदबाज इशांत शर्मा ने तेज़ी से खेलकर पारी को संभालने वाले फिलिप ह्यूगेस को भी दूसरे विकेट के तौर पर पैवेलियन लौटाकर मेहमान कंगारुओं का संकट बढ़ा दिया था। पारी के 21वें ओवर की आखिरी गेंद पर आउट होने से पहले 59 गेंदों का सामना कर 10 चौकों की मदद से 45 रन बनाने वाले ह्यूगेस ने उस समय मैदान में सलामी बल्लेबाज एड कोवान का साथ देने के लिए कदम रखा था, जब इशांत ने पारी के दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर को शून्य के निजी स्कोर पर विराट कोहली के हाथों लपकवाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को जोरदार झटका दिया था।
इससे पहले, शुक्रवार सुबह दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारत के विरुद्ध शृंखला के चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में अपने नियमित कप्तान माइकल क्लार्क के चोटिल होकर बाहर बैठने की वजह से उपकप्तान शेन वॉटसन की अगुवाई में कंगारुओं की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस प्रकार शेन वॉटसन ऑस्ट्रेलिया के 44वें टेस्ट कप्तान बन गए हैं। उल्लेखनीय है कि माइकल क्लार्क अपने पूरे करियर में पहली बार किसी चोट के कारण टेस्ट मैच से बाहर हुए हैं, जबकि वॉटसन निलम्बन के कारण मोहाली टेस्ट में नहीं खेल सके थे।
उधर, भारतीय टीम में अजिंक्य रहाणे इस मैच के माध्यम से टेस्ट करियर का आगाज़ कर रहे हैं। उन्होंने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का स्थान लिया है, जो चोट के कारण टीम से बाहर हैं। अब रहाणे और मुरली विजय पारी की शुरुआत करेंगे।
भारतीय टीम चार मैचों की इस शृंखला को 3-0 से पहले ही जीत चुकी है। चेन्नई में खेला गया पहला टेस्ट मैच टीम इंडिया ने आठ विकेट से जीता था, जबकि हैदराबाद में उसने मेहमान टीम पर एक पारी और 135 रनों से जीत हासिल की थी। मोहाली के पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए तीसरे मुकाबले में भारत ने छह विकेट से जीत हासिल कर शृंखला अपने नाम कर ली थी, और अब उसका लक्ष्य मेहमान टीम का सूपड़ा साफ करने, और इतिहास रच देने का है। दरअसल, भारतीय टीम ने अपने 81 साल के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अब तक एक बार भी इस अंतर से कोई शृंखला नहीं जीती है।
दूसरी ओर, शृंखला गंवाने के बाद अब ऑस्ट्रेलियाई टीम यह मैच जीतकर इंग्लैंड के साथ शुरू होने वाली एशेज शृंखला के लिए जरूरी आत्मविश्वास हासिल करना चाहेगी, और हो सकता है कि शेन वॉटसन की कप्तानी में मेहमान टीम कुछ अलग परिणाम दे सके।
मैदान के लिहाज़ से देखें, तो कोटला में दोनों टीमों के बीच यह सातवां मैच है, जिनमें से दो मुकाबले भारत ने जीते हैं, और तीन मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया को इस मैदान पर एकमात्र बार वर्ष 1959 में जीत हासिल हुई थी, जब उसने भारत को पारी और 127 रनों से हराया था। वैसे कोटला में पिछले 26 साल से भारतीय टीम अजेय है।
टीमें इस प्रकार हैं :
भारत : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान एवं विकेटकीपर), अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, मुरली विजय, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और प्रज्ञान ओझा।
ऑस्ट्रेलिया : शेन वॉटसन (कप्तान), एड कोवान, डेविड वार्नर, फिलिप ह्यूगेस, स्टीवन स्मिथ, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), पीटर सिडल, जेम्स पैटिन्सन, मिशेल जॉनसन, ग्लेन मैक्सवेल और नाथन ल्योन।
मैदानी अम्पायरिंग की जिम्मेदारी पाकिस्तान के अलीम डार और इंग्लैण्ड के रिचर्ड कैटलबॉरो को सौंपी गई है, जबकि टीवी अम्पायर होंगे भारत के एस रवि। मैच रैफरी का दायित्व संभालेंगे श्रीलंका के रंजन मदुगले।