अरुण कुमार
अरुण कुमार
वाशिंगटन, 2 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिका में मतदाताओं की पूछ काफी बढ़ी हुई है। वजह है 2016 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए पार्टियों में दावेदारों की भीड़। अलग-अलग दलों से कुल 22 दावेदार सामने आ चुके हैं और सभी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिका में चुनाव में उतरने से पहले दावेदारों को अपनी पार्टी के अंदर चुनावी जीत हासिल करनी होती है। पार्टी के सदस्य दावेदारों के बीच से एक को चुनते हैं जो फिर आधिकारिक रूप से पार्टी की तरफ से चुनाव मैदान में उतरता है।
अभी कुल 22 दावेदार मैदान में हैं। पांच का संबंध डेमोक्रेटिक पार्टी से और 17 का रिपब्लिकन से है। रिपब्लिकन पार्टी के दावेदारों में भारतीय मूल के बॉबी जिंदल भी शामिल हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी में सबसे आगे पूर्व विदेश मंत्री और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हेनरी क्लिंटन चल रही हैं। उन्हें पार्टी के आधे से अधिक मतदाताओं का समर्थन हासिल है। आजाद समाजवादी दावेदार बर्नी सैंडर्स उनके पीछे हैं। ताजा ओपीनियन पोल से पता चला है कि उन्हें 17 फीसदी डेमोक्रेट मतदाताओं का समर्थन हासिल है।
और, अगर उप राष्ट्रपति जो बिडेन भी दौड़ में शामिल होते हैं तो फिर डेमोक्रेट कुनबे में और हलचल होनी तय है क्योंकि फिर हिलेरी से जुड़े निजी ईमेल और लीबिया में अमेरिकी दूतावास पर हमले का मामला गरमा सकता है। दूतावास पर हमले के समय हिलेरी विदेश मंत्री थीं और स्थिति से निपटने के उनके तौर तरीके पर सवाल उठे थे।
डेमोक्रेटिक पार्टी ने अभी अपने दावेदारों के लिए टीवी पर लाइव बहस की तिथि तय नहीं की है लेकिन रिपब्लिकन पार्टी की नौ बहसों में से पहली का आयोजन 6 अगस्त को क्लीवलैंड ओहियो में होने जा रहा है। इसमें रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के दावेदारों में से एक रियल स्टेट दिग्गज डोनाल्ड ट्रंप, पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश (सीनियर) के बेटे जेब बुश भी अन्य दावेदारों के साथ हिस्सा ले सकते हैं।
लुइसियाना के गवर्नर भारतीय मूल के बॉबी जिंदल भी रिपब्लिकन पार्टी में रेस में हैं लेकिन उनकी दावेदारी की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्हें महज एक फीसदी से कुछ अधिक रिपब्लिकन मतदाताओं का ही समर्थन हासिल है।