पालमपुर। विश्व शांति की मनोकामना के साथ बैजनाथ उपमंडल के झिकली भेठ गांव में स्थित खमपागर बौद्ध मठ में शुक्त्रवार से एक सप्ताह तक चलने वाला छम अनुष्ठान शुरू होगा। इसके लिए खमपागर बौद्ध मठ सोसायटी की ओर से सभी प्रबंध कर लिए गए हैं।
पालमपुर में पत्रकारों से बातचीत में खमपागर बौद्ध मठ के सचिव एवं वरिष्ठ लामा लोरडो व ट्रस्टी रोशन लाल ने बताया कि खमपागर बौद्ध मठ के 1713 में तीसरे गुरु खमटूल कुनगा तेनजिंन ने आचार्य पदमसंभव के दर्शन किए थे और उस समय तिब्बत में ही गुरु पदमसंभव के निर्देश पर छम नाम तांत्रिक अनुष्ठान शुरू किया था। इस परंपरा को उस समय से लेकर आज तक लगातार खमपागर बौद्ध मठ के अनुयायी निभा रहे हैं। हालांकि वर्ष 1959 में तिब्बत में चीन के अधिकार के समय यह परंपरा टूटने लगी थी, लेकिन मठ के तत्काल गुरु आठवें खमटूल रिपोंछे ने इस परंपरा को जारी रखा और इस बार भी यह अनुष्ठान नौंवे खमटूल रिपोंछे की मौजूदगी में आयोजित किया जाएगा। शुक्त्रवार को इसका शुभारंभ सुबह दस बजे होगा। इसमें लाहुल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर व बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल मुख्यातिथि होंगे। इसमें कुल्लू, मनाली, लाहुल-स्पीति स्पीति व किन्नौर से करीब चार सौ अनुयायी भाग लेंगे। समारोह के दौरान छम अनुष्ठान से संबंधित हिंदी, भोटी एवं अंग्रेजी में एक पुस्तिका भी प्रकाशित की जाएगी।
अनुष्ठान के दूसरे दिन शनिवार को प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी मुख्यातिथि होंगे। इस मौके पर टाशीजोंग को तंबाकू मुक्त घोषित करने के लिए योगदान देने वाले लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा। 27 मार्च को मठ के गुरु नौंवे खमटुल रिपोंछे के पवित्र दीर्घायु अभिषेक के साथ यह आयोजन सम्पन्न होगा।