आगरा। पार्शवनाथ दिगंबर जैन मंदिर कमला नगर में बुधवार को सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ पालकी यात्रा के साथ शुरू हो गया। श्रद्धा और भक्ति का सैलाब उमड़ा। लगातार आठवीं बार आयोजित महामंडल विधान 28 मार्च तक चलेगा।
महामंडल विधान की शुरुआत बुधवार को सुबह कमला नगर स्थित महावीर दिगंबर जैन मंदिर से निकाली गई घट यात्रा व पालकी यात्रा से हुई। घट यात्रा में केसरिया वस्त्रों में सैकड़ों इंद्राणियां मंगल कलश धारण कर चल रही थीं। चांदी की पालकी में विराजमान भगवान आदिनाथ की प्रतिमा की जिनभक्तों ने मार्ग में आरती उतारकर पुण्य अर्जित किया। पालकी यात्रा के शालीमार एंक्लेव स्थित जैन मंदिर पहुंचने पर मंदिर शुद्धि और ध्वजारोहण विमल सेठी एवं रामजीलाल जैन ने किया। श्रीजी का अभिषेक सौधर्म इंद्र संजीव बैनारा, कुबेर समीर बैनारा, यज्ञ नायक शिव कुमार सहित सैकड़ों इंद्रों ने किया। विधानाचार्य संजीव भैया और अरुण भैया ने मंडप की स्थापना करायी। सागर से आए संगीतकार सौरभ जैन ने भजनों के साथ सिद्धचक्र विधान की महिमा सुनायी। विधान आयोजक पुष्पा बैनारा, मंदिर व्यवस्था समिति के एसबी जैन, रूप जैन, कौशल किशोर जैन, पवन जैंन, शैलेंद्र आदि मौजूद रहे।
भक्ति संगीत के बीच हुआ श्रीजी का अभिषेक-
शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर हरीपर्वत में चल रहे श्री इंद्रध्वज महामंडल विधान महोत्सव के दूसरे दिन भक्ति संगीत के साथ श्रीजी का अभिषेक व पूजन हुआ। 151 जोड़ों ने केसरिया वस्त्र धारण कर श्रीजी का अभिषेक किया। प्रतिष्ठाचार्य तरुण भैया और पं. रत्नलाल बैनाड़ा ने इंद्रध्वज विधान का महत्व बताया। निरंजन लाल बैनाड़ा, पन्नालाल बैनाड़ा, ईशानचंद्र, हरीलाल बैनाड़ा, संत कुमार आदि मौजूद रहे।