नई दिल्ली, 12 जुलाई (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर में भारत की सबसे लंबे सुरंग मार्ग के लिए आखिरी विस्फोट सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के सामने किया जाएगा।
यह जानकारी एक अधिकारी ने यहां बयान जारी कर दी।
कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के इंजीनियरों द्वारा सुरंग के आखिरी खंड के लिए विस्फोट करने से होगी। यह सुरंग चिनानी से पत्नी टॉप के नजदीक नाशरी तक जाएगी।
गडकरी ने रविवार को बयान जारी कर कहा, “सड़क पर यातायात अगले साल जुलाई में शुरू हो जाएगा। सुरंग को लेकर काम 23 मई, 2011 से शुरू हुआ। सुरंग उधमपुर के चिनानी से रामबन जिले के नशरी तक जाएगी, जिसके लिए 2500 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।”
9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग जम्मू एवं कश्मीर के महात्वाकांक्षी 286 किलोमीटर लंबे चार लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा है। यह न सिर्फ जम्मू एवं श्रीनगर के बीच की दूरी को कम कर देगा, बल्कि इसके जरिए उत्तर भारतीय राज्य की इन दो राजधानियों के बीच हर मौसम यातायात हो सकेगा।
सुरंग मार्ग शुरू होने के बाद यात्रियों को राष्ट्रीय राजमार्ग-1ए पर यातायात बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा, जो कि भूस्खलन, भारी हिमपात के कारण बाधित हो जाता है।
एनएचएआई किसी अप्रिय घटना के समय यात्रियों को निकालने के लिए इसके समानांतर एक और सुरंग बना रहा है।
इसके मुताबिक, “दो सुरंग आपस में 29 निकास स्थान से जुड़े रहेंगे, हर निकास-स्थान 300 मीटर का होगा। दूसरे सुरंग का इस्तेमाल पैदल यात्री कर सकेंगे। सुरंग की लंबाई को देखते हुए इसमें हवा की व्यवस्था की जाएगी।”