मुंबई, 29 जून (आईएएनएस)। फिल्म अभिनेत्री शेफाली शाह ने 22 साल की उम्र में टेलीविजन धारावाहिक ‘हसरतें’ में 15 साल की लड़की की मां का किरदार निभाया था और 20 साल बाद हालिया प्रदर्शित फिल्म ‘दिल धड़कने दो’ में भी मां की भूमिका में दिखाई दीं। शेफाली ने कहा कि बॉलीवुड में अभिनेत्रियों को भूमिका उनकी उम्र देखकर नहीं दी जाती।
शेफाली से यह पूछे जाने पर कि क्या अभिनेत्रियों को भूमिकाएं उनकी उम्र और वैवाहिक स्थिति को देखकर दी जाती है, उन्होंने आईएएनएस को बताया, “मुझे नहीं लगता कि इसका उम्र से कुछ खास लेना देना है। यह पर्दे पर आपकी छवि पर निर्भर करता है।”
‘गांधी माई फादर’, ‘द लास्ट लियर’ और ‘वक्त : द रेस अगेंस्ट टाइम’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं शेफाली (42) ने यह भी कहा कि आखिरकार यही सिनेमा जगत कलाकारों को विभिन्न छवियों में बांधता है।
शेफाली ने कहा, “दुर्भाग्य से हम यह कहते हैं कि फिल्म जगत हमें एक छवि में बांध देता है, लेकिन मैं पूछना चाहती हूं कि फिल्म जगत आखिर किन लोगों से बना है? फिल्म निर्माता और कलाकार। एक कलाकार मां, बेटी, जल परी, योद्धा.. किसी भी तरह का किरदार निभा सकता है। लेकिन कोई आपको उस रूप में लेता है, तभी आप वह किरदार निभा पाते हैं। एक कलाकार के तौर पर मैं किसी भी तरह की भूमिका निभा सकती हूं।”