पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम रणदीप के गांव आने की सूचना मिली। रिठौरी से निकलने के दौरान गांव के बाहर से ही क्राइम ब्रांच की टीम ने मुठभेड़ के दौरान रणदीप और उसके चार साथियों माया त्यागी, कुदीपन, राकी और सुमित को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने उनके पास से फार्चूनर गाड़ी, कारबाइन, पिस्टल बरामद की। आरोपी रणदीप पर एक लाख रुपये, जबकि कुलदीप व रोकी पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित था। रणदीप का मुख्य काम गिरोह में नए लड़कों को जोड़ना और वारदात के बाद शरण देना था। कई हत्याओं को उसने खुद भी अंजाम दिया।
वर्ष 2011 में सुंदर भाटी पर सिकंदराबाद गाजियाबाद में जानलेवा हमले के बाद से ही वह फरार चल रहा था। इस दौरान उसने सपा नेता चमन भाटी की हत्या कर दी। उस पर डीजीपी ने पहले पचास हजार बाद में शासन ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया। नोएडा पुलिस और एसटीएफ इसकी गिरफ्तारी के लिए काफी समय से प्रयास कर रही थी।