प्रयाग के पुराना कटरा मोहल्ले स्थित है पीला शिवाला। यहां पर भगवान भोलनाथ का सिद्ध विग्रह है। मान्यता है कि नियमित पूजन से शिव की कृपा निश्चित रूप से प्राप्त होती है। अधिमास व श्रावण मास में विशेष रूप से श्रद्धालुओं की उपस्थिति का केंद्र बनने वाला यह देवालय कुंभ स्नान करने आ रहे श्रद्धालुओं के मंदिर दर्शनार्थ श्रृंखला का एक स्थल होता है। मंदिर तक जाने के लिए स्थानीय नागरिकों की सहायता ली जा सकती है।
पुरानी आलू मण्डी जाने के पहले मोड़ पर मुख्य मार्ग पर कटरा का पुराना मंदिर स्थित है जो पीला शिवाला नाम से जाना जाता है। यहां तक पहुंचने के लिए इलाहाबाद रेलवे स्टेशन व सिविल लाइन बस स्टेशन से कटरा मोहल्ले के लिए हर वक्त टेंपो व रिक्शा मिलता है। इन साधनों के माध्यम से निर्धारित चौराहे पर पहुंच जाए। किसी से भी पूछ कर पैदल ही मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
मंदिर के एक कक्ष में शिवलिंग के अलावा श्री पार्वती जी, श्री गणेश जी, नन्दी बाबा की मूर्तियां स्थापित हैं तथा दूसरे कक्ष में श्री राधाकृष्ण की मनोहारी मूर्तियां स्थापित हैं। दशकों पूर्व स्थापित इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि गंगा स्नान के बाद यदि शिव का विधि विधान से अनुष्ठान किया जाए तो मनवांछित परिणाम प्राप्त होते हैं। इस मंदिर के पूर्व पुजारी स्व. श्री शिवशंकर तिवारी थे जो ग्राम बारौ जिला प्रतापगढ़ के निवासी थे। मंदिर के वर्तमान पुजारी श्री सुशील त्रिपाठी पुत्र श्री लाल जी त्रिपाठी निवासी गोविंदपुर इलाहाबाद हैं जो मंदिर की नियमित पूजा अर्चना करते हैं। यहां पर प्रत्येक शिव तिथि पर मेला जैसा माहौल रहता है।