गुड़गांव, 20 जून (आईएएनएस)। यहां स्थित एक गारमेंट फैक्टरी के श्रमिक शनिवार को उस समय हिंसा पर उतारू हो गए, जब एक साथी श्रमिक की मौत की अफवाह आई।
गुड़गांव, 20 जून (आईएएनएस)। यहां स्थित एक गारमेंट फैक्टरी के श्रमिक शनिवार को उस समय हिंसा पर उतारू हो गए, जब एक साथी श्रमिक की मौत की अफवाह आई।
पुलिस ने कहा कि गुड़गांव के उद्योग विहार इलाके के सेक्टर 37 में भय और अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया है, क्योंकि ओरिएंट क्राफ्ट की एक इकाई के श्रमिकों ने कंपनी की चार इकाइयों में तोड़फोड़ की, दर्जन भर कारों और मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया, इमारतों के शीशे तोड़ दिए।
यह घटना तब घटी, जब कारखाना श्रमिकों के बीच यह अफवाह आई कि शुक्रवार शाम बिजली का करंट लगने से घायल हुए पवन कुमार नामक श्रमिक की अस्पताल में मौत हो गई है।
इसके ठीक बाद एक और अफवाह आई कि कारखाने के चार श्रमिक एक लिफ्ट में फंस गए और जिंदा जल गए। दोनों अफवाहें झूठी थीं।
गुड़गांव पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने कहा, “आज सुबह लगभग 10 बजे खेड़की दौला थाने को गुड़गांव सेक्टर 37 में ओरिएंट क्राफ्ट की एक इकाई में श्रमिकों में अशांति के बारे में सूचना प्राप्त हुई।”
उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर श्रमिकों को शांत करने की कोशिश की।
विर्क ने कहा, “श्रमिक हिंसा पर उतारू हो गए और घटनास्थल पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल पहुंचने से पहले उपद्रवियों ने छह कारों और चार मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया।”
उन्होंने कहा, “उपद्रवियों ने इमारत के बाहर लगे शीशे भी तोड़ दिए और कारखाना परिसर में रखे विभिन्न ज्वलनशील पदार्थो को आग के हवाले करने की कोशिश की। पुलिस बल के पहुंचने के बाद स्थिति नियंत्रण में आई।”
आयुक्त ने एक बयान में कहा, “मैं घटनास्थल पर पहुंचा और लगभग 200 पुलिस जवानों के साथ फ्लैग मार्च किया। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।”
विर्क ने कहा, “कारखाने में श्रमिकों की अशांति के पिछले इतिहास को देखते हुए नुकसान को यथासंभव न्यूनतम पर रोक दिया गया। गुड़गांव पुलिस ने स्थिति को शांत करने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया की।”
उन्होंने कहा, “इलाके में शांति सुनिश्चित करने के लिए अगले कुछ सप्ताह तक पर्याप्त संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहेंगे।”