चंडीगढ़। मोहली टेस्ट से निलंबित किए गए 4 खिलाडि़यों में से एक तेज गेंदबाज जेम्स पैटिंसन ने कोच मिकी आर्थर के फैसले को सही बताते हुए कहा है कि उन्होंने जो गलती की है, उसकी सजा उन्हें जरूर मिलनी चाहिए। पैटिंसन ने कहा कि अगर आप ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपको कायदों व नियम के साथ चलना ही होगा।
साथ ही कोच के फैसले की कड़ी आलोचना करने वालों को भी गलत ठहराते हुए पैटिंसन ने कहा कि शायद उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम की नई संस्कृति के बारे में पता नहीं है, इसीलिए वे कोच के फैसले को गलत बता रहे हैं। पैटिंसन ने यह स्वीकार किया कि उनके व्यवहार टीम के हित वाले नहीं थे। उनके रवैये से टीम के साथ-साथ कोच और कप्तान के विश्वास को भी धक्का लगा है, इसलिए उन्हें यह सजा जरूर मिलनी चाहिए।
पैटिंसन ने कहा कि कुछ लोग इसे बेहद कड़ी सजा मान रहे हैं, लेकिन उन्होंने जो गलती की है, उसके लिए यह सजा बहुत बड़ी नहीं है। कोच ने जो भी फैसला लिया है, वह टीम के हित में है। अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम में बने रहना है तो अनुशासन का पालन करना ही होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का बहुत दुख है कि जो काम 12 खिलाडि़यों ने किया, उसे उनके साथ-साथ 4 खिलाडि़यों ने नहीं किया, जो कि बिलकुल लापरवाही है, इसलिए वे सजा के हकदार हैं।
गौरतलब है कि टीम प्रोटोकॉल तोड़ने के कारण कप्तान माइकल क्लार्क के समर्थन से कोच मिकी आर्थर ने उपकप्तान शेन वाटसन, जेम्स पैटिंसन, उस्मान ख्वाजा और मिसेल जॉनसन को 14 मार्च से शुरू हो रहे मोहाली टेस्ट के लिए निलंबित कर दिया।