ख़बर मिली है कि नेपाल में आए भयानक भूकम्प के दौरान बचा लिए गए 230 अनाथ बच्चों का कोई अता-पता नहीं है।
वे ग़ायब हो गए हैं। इन सभी बच्चों के माता-पिता भूकम्प के दौरान मारे गए थे, लेकिन इन बच्चोम को राहत्कर्मियों ने सुरक्षित निकाल लिया था। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बच्चे मानव-तस्करी में लिप्त किसी गिरोह के हाथ लग गए हैं।नेपाल की केन्द्रीय बाल सामाजिक सुरक्षा परिषद के प्रमुख दिल्ली राम गिरी ने बताया कि भूकम्प से बचे 237 बच्चों के एक दल को काठमाण्डू भेजा गया था, जहाँ उन्हें विभिन्न शैक्षिक संस्थाओं में भरती कराया जाना था। लेकिन अब इन बच्चों का कोई अता-पता नहीं है। नेपाल के बाल और महिला कल्याण विभाग के प्रमुख कृष्ण गौतम ने बताया —
पहले भी बच्चों को गुलाम के रूप में बेचने वाले एक गिरोह से 195 नन्हे बच्चों और किशोर-किशोरियों को मुक्त कराया गया था। खेद है कि नेपाल में भूकम्प आने के बाद औरतों और बच्चों की तस्करी के मामले काफ़ी बढ़ गए हैं। हमारा अनुमान है कि बच्चों का यह दल मानव-तस्करों के हाथ पड़ गया है।
मामले की जाँच की जा रही है। पुलिस ने बच्चों की तलाश शुरू कर दी है।