नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। देश में आर्थिक तेजी के नवांकुर का संकेत देते हुए औद्योगिक उत्पादन अप्रैल महीने में 4.1 फीसदी बढ़ा, जो मार्च में 2.1 फीसदी बढ़ा था, लेकिन इसी के साथ उपभोक्ता महंगाई दर मई महीने में बढ़कर 5.01 फीसदी हो गई, जो अप्रैल में 4.8 फीसदी थी। यह जानकारी शुक्रवार को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों से मिली।
उपभोक्ता महंगाई दर मई 2014 में 8.33 फीसदी थी।
शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ता महंगाई दर 4.41 फीसदी रही, जो ग्रामीण क्षेत्र में 5.52 फीसदी रही।
खाद्य महंगाई दर 4.8 फीसदी रही, जो एक महीने पहले 5.11 फीसदी थी।
उपभोक्ता महंगाई दर जहां उम्मीद के अनुरूप रही, वहीं औद्योगिक उत्पादन ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। औद्योगिक उत्पादन में अप्रैल महीने में 4.1 फीसदी वृद्धि रही, जो मार्च में 2.1 फीसदी थी।
आंकड़ों के मुताबिक, छह सेक्टरों में पूंजीगत वस्तु क्षेत्र में आलोच्य महीने में 11.1 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों के मुताबिक, विनिर्माण क्षेत्र में तेजी के कारण समग्र सूचकांक में वृद्धि रही है। विनिर्माण क्षेत्र का सूचकांक में सर्वाधिक योगदान होता है।
विनिर्माण क्षेत्र में 5.1 फीसदी वृद्धि रही, जो एक महीने पहले 2.2 फीसदी थी।
खनन क्षेत्र में 0.6 फीसदी तेजी रही, जो एक महीने पहले 0.9 फीसदी थी। बिजली क्षेत्र में 0.5 फीसदी संकुचन हुआ, जबकि एक महीने पहले इसमें दो फीसदी विस्तार हुआ था।
विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्र में अप्रैल 2014 में क्रमश: तीन फीसदी, 1.7 फीसदी और 11.9 फीसदी विस्तार हुआ था।
आलोच्य अवधि में उपभोक्ता गैर-टिकाऊ, माध्यमिक वस्तु, उपभोक्ता वस्तु और बुनियादी वस्तु क्षेत्र में क्रमश: 4.4 फीसदी, 3.3 फीसदी, 3.1 फीसदी और 2.8 फीसदी विस्तार हुआ।
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु क्षेत्र में 1.3 फीसदी विस्तार हुआ।
दोनों आंकड़े बाजार बंद होने के बाद जारी हुए। शुक्रवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.21 फीसदी या 54 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ।
आंकड़े पर खुशी जताते हुए एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा, “आईआईपी के आंकड़े उत्साहवर्धक लग रहे हैं। इससे आर्थिक तेजी की वापसी के संकेत मिलते हैं।”
उन्होंने कहा, “विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर अपेक्षाकृत बेहतर 5.1 फीसदी रही है, जो अप्रैल 2014 में 3.0 फीसदी थी।”
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष ज्योत्स्ना सूरी ने कहा, “विनिर्माण क्षेत्र में तेजी की गति बढ़ती दिख रही है, जैसा कि पूंजीगत वस्तु जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में बेहतर विकास दर से पता चलता है और साथ ही इस तथ्य से भी कि विकास कई क्षेत्रों में दर्ज की गई है।”