इस्लामाबाद, 10 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र से भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले सप्ताह ढाका में बांग्लादेश के 1971 के मुक्ति संग्राम को लेकर दिए गए बयान पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के प्रमुख सलाहकार सरताज अजीज ने सीनेट को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश मजबूत रिश्ते से बंधे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य बनने के योग्य नहीं है।
बांग्लादेश के आधिकारिक दौरे पर मोदी ने रविवार को ढाका में कहा था कि बांग्लादेश की स्थापना हर भारतीय का सपना था और इसलिए भारतीय सेना ने मुक्ति बाहिनी के साथ मिल कर लड़ाई लड़ी थी, जिससे नए राष्ट्र का निर्माण हुआ।
अजीज ने कहा, “ऐसे बयान न सिर्फ माहौल को बिगाड़ने वाले हैं, बल्कि पाकिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी संबंध बनाने की भारत की ईमानदारी पर सवाल खड़े करते हैं।”
अजीज ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहता है।
इस बीच, पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने मंगलवार को भारतीय प्रधानमंत्री के बयान पर संज्ञान लिया।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता काजी एम.खलीलुल्लाह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को मोदी के बयान पर ध्यान देना चाहिए और उन्होंने इसके साथ ही कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के संबंधों को अस्थिर करने की कोशिश सफल नहीं होगी।
मोदी ने रविवार को बांग्लादेश के आधिकारिक दौरे पर यह बात कही थी, जो कि 1971 से पहले पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था।