कोच्चि, 9 जून (आईएएनएस)। केरल के एक स्थानीय निवासी के फेफड़े में फंसा मछली का कांटा सात साल बाद ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया।
यहां के अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर के इंटरवेंशनल फेफड़े संबंधी विभाग के प्रमुख अरुण नायर ने कहा कि ओमान सैन्यबल के साथ आए मरीज को वर्ष 2009 से ही चिकित्सीय निगरानी में रखा गया था।
युवक के चिकित्सीय रिकॉर्ड के मुताबिक, वह तभी से आवर्तक निमोनिया से पीड़ित था लेकिन बीते शनिवार को फेफड़ों से मछली का कांटा निकालने के बाद उसने राहत की सांस ली।
नायर ने आईएएनएस को बताया कि मरीज को सफल ब्रोन्कोस्कॉपी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। उसके दाहिने फेफड़े के निचले हिस्से में फंसे 1.5 सेंटीमीटर लंबा और 1.4 सेंटीमीटर चौड़ा मछली के कांटे को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है।
नायर ने कहा, “इससे उसकी जिंदगी को खतरा था। उसके फेफड़े में मवाद बनने का खतरा था।”
चिकित्सक ने कहा कि इस युवक को पहले ओमान के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां हुए सीटी स्कैन में मछली का कांटा दिखाई नहीं दिया।
मछली का कांटा आमतौर पर बच्चों के फेफड़े में फंस जाता है। वयस्कों में ऐसा मामला कम ही देखने को मिलता है।