वाशिंगटन, 8 जून (आईएएनएस)। महासागर के पानी का तापमान और ऑक्सीजन का घटता स्तर समुद्री जानवरों को भूमध्य रेखा से दूर रखने में एक साथ मिलकर भूमिका निभाते हैं, जहां ऑक्सीजन की आपूर्ति उनकी भावी जरूरतें पूरी कर सकती है। यह जानकारी एक नए शोध में सामने आई है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, पानी का तापमान ऑक्सीजन के लिए जानवरों के मेटाबॉलिक जरूरतों की तीव्रता को बढ़ाता है। ऐसा व्यायाम के दौरान भी होता है, लेकिन गर्म पानी में उनके शरीर को शक्ति देने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन की मात्रा कम रहती है। ऊंचाई पर भी ऐसा ही होता है।
जलवायु परिवर्तन की वजह से लगभग दो-तिहाई श्वास संबंधी तनाव गर्म तापमान की वजह से होता है, जबकि बाकी इसलिए होता है, क्योंकि गर्म पानी में गैसें कम घुली हुई होती हैं।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय में समुद्र विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर और इस शोध के प्रमुख कर्टिस ड्यूच के मुताबिक, “यदि आपके मेटाबोलिज्म बढ़ते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको अधिक भोजन और ऑक्सीजन की जरूरत है।”
“इसका मतलब यह है कि भविष्य में गर्म पानी की वजह से जल में रहने वाले जीवधारी ऑक्सीजन की कमी से मर जाएंगे। हम सभी जानते हैं कि समुद्र में ऑक्सीजन का स्तर घट रहा है और यह जलवायु परिवर्तन के साथ अधिक घटेगा।”
यह शोध चार अटलांटिक महासागर प्रजातियों पर किया गया। अटलांटिक कॉड जो गहरे समुद्र में रहता है, अटलांटिक रॉक क्रैब जो तटीय पानी में रहता है, शार्प स्नाउट सीब्रीम जो उपोष्णकटिबंधीय अटलांटिक और भूमध्यसागर में रहता है और समुद्र तल में रहने वाली मछली ईलपाउट पर किया गया।
यह शोध ‘साइंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।