इस्लामाबाद, 7 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों के लिए राहत प्रयासों का सुझाव देने के लिए एक संघीय मंत्रिमंडलीय समिति गठित की है।
इस समिति के सदस्यों में आंतरिक मामलों के मंत्री निसार अली खान, राष्ट्रीय एवं विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज और प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक फतमी शामिल हैं।
यह समिति रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगी और इस संकट को कम करने के लिए पाकिस्तान की भूमिका का आकलन करेगी।
आंतरिक मामलों के मंत्री चौधरी निसार अली खान ने रविवार को जारी बयान में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की निष्क्रियता और म्यांमार में अत्याचारों पर आपराधिक चुप्पी की निंदा की। उन्होंने रोहिंग्या लोगों के उत्पीड़न और नरसंहार के लिए मानवाधिकार संगठनों द्वारा उचित कदम नहीं उठाए जाने के लिए उनकी आलोचना की।
निसार ने कहा, “इस तरह के संगठनों की चुप्पी मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों का रक्षक और प्रमोटर मानने वाले अंतर्राष्ट्रीय मंचों की उपयोगिता और प्रभावशीलता के लिए गंभीर सवाल है।”
आंतरिक मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र, इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी), पूरे मुस्लिम समुदाय और क्षेत्रीय ताकतों से रोहिंग्या मुसलमानों की दशा को नजरअंदाज नहीं करने की अपील की।