पेरिस, 5 जून (आईएएनएस)। स्विट्जरलैंड के स्टानिस्लास वावरिंका शुक्रवार को फ्रांस के जो-विलफ्रेड सोंगा को 6-3, 6-7 (1), 7-6 (3), 6-4 से हराकर पहली बार फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में पहुंच गए।
सोंगा के हार के साथ ही 14 साल बाद पहली बार फ्रांस के किसी खिलाड़ी के फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी टूट गई। पिछले 14 सालों में फ्रांस का कोई भी खिलाड़ी फ्रेंच ओपन के फाइनल में जगह नहीं बना सका है।
आखिरी बार, फ्रांस के अनॉर्ड क्लेमेंट इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुए थे।
दूसरी ओर, विश्व के नौवें वरीयता प्राप्त वावरिंक किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में दूसरी बार और फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहली बार पहुंचे हैं। वावरिंका पिछले साल आस्ट्रेलियन ओपन जीतने में कामयाब रहे थे।
बहरहाल, बेहद संघर्षपूर्ण सेमीफाइनल मुकाबले में सोंगा ने फिलिप काट्रियर कोर्ट पर बेहतर शुरुआत की लेकिन पहले गेम में अपने तीन ब्रेक प्वाइंट का फायदा नहीं उठा सके। सोंगा द्वारा गंवाए कुछ और मौकों ने वावरिंका का काम आसान कर दिया और उन्होंने पहला सेट 35 मिनट में 6-3 से अपने नाम किया।
दूसरे सेट में सोंगा बेहतर खेलते नजर आए और यह सेट टाइ-ब्रेकर में गया। इसके बाद सोंगा ने 7-1 से इसे जीतकर 63 मिनट में दूसरा सेट अपने नाम किया।
तीसरा सेट में भी सोंगा बेहतर लय में नजर आए लेकिन उनकी गलतियां और लगातार मौके गंवाना उन पर एक बार फिर भारी पड़ा। इस सेट का भी फैसला टाइ-ब्रेकर में हुआ जिसे वावरिंक ने 72 मिनट में जीता।
चौथे सेट में वावरिंका पूरी तरह से हावी नजर आए। सोंगा द्वारा की गई कुछ गैरवाजिब गलतियों (अनफोस्र्ड एरर) ने वावरिंका को जीत की ओर बढ़ने का मौका दे दिया और इस स्विस खिलाड़ी ने 6-4 से इसे अपने नाम कर फाइनल में जगह पक्की कर ली।