नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। बाहरी दिल्ली स्थित जौन्ती गांव में महिलाओं को जागरूक करने के लिए मैसे फ्रैंकफर्ट एवं स्वयंसेवी संस्था सोशल एक्शन फोरम फॉर मानव अधिकार द्वारा कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जौन्ती गांव की सैकड़ों महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, कटिंग करना व उनके बच्चों को चित्रकला सिखाया गया।
इस कार्यशाला के जरिए महिलाओं द्वारा बनाए गए सामानों को प्रगति मैदान में आयोजित ‘हैमेटेक्सटाइल इंडिया 2015’ में प्रदर्शित किया जाएगा। जौन्ती गांव को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत सांसद उदित राज द्वारा गोद लिया गया है। यहां महिलाआंे को जागरूक करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सोशल एक्शन फोरम फॉर मानव अधिकार की अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य चारु वलीखन्ना ने कहा, “हमें खुशी है कि मैसे फ्रैंकफर्ट इंडिया के साथ जुड़कर निचले तबके के लोगों को मौका देने का अवसर मिला। इस पहल से इस गांव की महिलाओं और लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह स्वतंत्र महसूस करेगी।”
मैसे फ्रैंकफर्ट एशिया होल्डिंग लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक राज मनिक ने कहा कि हम प्रयास कर रहे हैं कि लोगों तक साधन पहुंच सके, जिससे वे ज्ञान व कौशल पा सकें, जो उनको आत्मनिर्भर बनाएगा। समुदाय के सदस्यों की मदद से सैकड़ों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया है।