मुंबई, 4 जून (आईएएनएस)। मुंबई के रिटेलर संगठन ने गुरुवार को अपने सभी सदस्यों को तत्काल मैगी रखने और बेचने से तबतक के लिए मना किया, जबतक कि इसके सुरक्षा को लेकर उठाए गए मुद्दे का निराकरण न हो जाए।
फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन (एफआरटीडब्ल्यूए) के अध्यक्ष विरेन शाह ने आईएएनएस से कहा, “हमने अपने सभी 25 हजार प्रोविजनल स्टोरों को महाराष्ट्र सरकार द्वारा कराई जा रही जांच का परिणाम आ जाने तक मैगी रखने या बेचने से मना कर दिया है।”
उन्होंने कहा कि अन्य रिटेलरों से भी तत्काल प्रभाव से मैगी की बिक्री रोकने का अनुरोध किया गया है।
शाह ने कहा कि रिटेलरों ने पिछले कुछ दिनों में मैगी की बिक्री में 50 फीसदी गिरावट दर्ज की है।
महाराष्ट्र सरकार ने एक दिन पहले राज्य के अलग-अलग स्थानों से जुटाए गए मैगी के नमूनों को जांच के लिए सरकारी प्रयोगशालाओं में भेजा है।
राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट ने कहा कि जांच रपट शुक्रवार तक आ सकती है और उसके बाद सरकार अगले कदम पर फैसला करेगी।
बापट ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा था, “नमूनों में सीसा और अजीनोमोटो नमक के स्तर की जांच की जा रही है, जिसे स्वाद बढ़ाने के लिए मिलाया जाता है।”
एक अधिकारी ने कहा, “यदि जांच में विवादित पदार्थो का स्तर सीमा से अधिक पाया जाएगा, तो हमारे पास मैगी को प्रतिबंधित करने का अधिकार है। महाराष्ट्र खाद्य और औषधि प्राधिकरण (एफडीए) ऐसी स्थिति में मैगी का प्रचार करने वाली हस्तियों पर भी कार्रवाई कर सकता है।”
रिटेलरों को हुए नुकसान के बारे में शाह ने कहा कि यह उतना अधिक नहीं होगा, क्योंकि मैगी पर डीलर का मार्जिन सिर्फ 10 फीसदी है।