महू (मप्र), 2 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का नाम लिए बगैर कहा कि देश में जातिवाद फैलाने वाली विचारधारा एक-दूसरे को लड़ाती है, इसे रोकना होगा। ऐसा करके ही डॉ. भीमराव अंबेडकर के सपनों को पूरा किया जा सकता है।
डॉ. अंबेडकर की जन्मस्थली महू में उनकी 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में कांग्रेस की आयोजन-श्रृंखला की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने जातिवाद को देश की तरक्की में बाधक बताया।
उन्होंने जनसभा में कहा कि बाबा साहब सिर्फ दलितों के नहीं थे, उन्होंने सभी वर्गो के विकास के लिए काम था। आज देश में जाति को महत्व दिया जाता है। राजनीति ही नहीं, शिक्षा के क्षेत्रों में भी जातिवाद को महत्व दिया जा रहा है। इसके पीछे एक विचारधारा काम कर रही है, जिससे लड़ना आसान नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल में शिक्षा के अधिकार, भोजन के अधिकार जैसे कानून बनाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ये कानून किसी जाति विशेष के लिए नहीं हैं, सभी जातियों के लिए हैं। कांग्रेस ने सभी वर्गो को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई हैं।
राहुल ने आगे कहा, “जातिवाद का मतलब किसी को अधिकार दिलाना और किसी को अधिकार से दूर रखना है तो हमारी लड़ाई सभी को अधिकार दिलाने के लिए होगी।”
उन्होंने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि देश की प्रगति के लिए सड़क, रेल लाइन और अधोसंरचना जरूरी है, मैं भी मानता हूं कि यह सब जरूरी है, मगर जब तक कुछ लोगों को अधिकारों से दूर रखा जाता है, तब तक देश पूरी क्षमता के साथ प्रगति नहीं कर सकता।”
दिल्ली से एक दिन के दौरे पर मध्यप्रदेश आए राहुल का इंदौर के हवाईअड्डे पर कांग्रेस नेताओं ने स्वागत किया। वहां से वह सड़क मार्ग से महू पहुंचे, जहां उन्होने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया।
जनसभा के मंच पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे, दिग्विजय सिंह व ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उपस्थित थे।