सैंटियागो, 29 मई (आईएएनएस)। लैटिन अमेरिका और कैरिबियन ऐसे क्षेत्र हैं, जहां भुखमरी कम करने के प्रयासों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
एफएओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुपोषित लोगों का अनुपात 1990.1992 के 14.7 फीसदी से घटकर 2014-2016 में 5.5 फीसदी तक हो गया है।
एफीाओ के क्षेत्री प्रतिनिधि राउल बेनिटेज ने बताया, “भुखमरी के खिलाफ लड़ाई में लैटिन अमेरिका ने पूरी दुनिया के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है।”
संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों में निर्धारित किए गए मानक तक भुखमरी से जूझ रही आबादी का अनुपात कम करने के लक्ष्य में प्रगति के अलावा लैटिन अमेरिका दीर्घकालिक कुपोषण के शिकार लोगों में 50 फीसदी तक की कमी लाने में सफल रहा और यह इस मामले में विश्व का पहला ऐसा देश बन गया है।
एफएओ की रिपोर्ट में बताया गया है कि इन उपलब्धियों के बावजूद क्षेत्र में 3.43 करोड़ लोग कुपोषण के शिकार हैं। इसका मतलब है कि सिर्फ कुपोषण में कमी लाने के लिए नहीं, बल्कि भुखमरी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रयास करना जरूरी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में भुखमरी के खिलाफ हुई प्रगति पिछले दो दशकों से क्षेत्र की सकारात्मक आर्थिक स्थिति और इस मुद्दे पर सरकार की ठोस एवं राजनैतिक प्रतिबद्धता है।