मुंबई, 4 मई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र जहां दो पुलिसकर्मियों की हत्या और आत्महत्या से सकते में है, वहीं शिव सेना ने सोमवार को राज्य पुलिस विभाग में भविष्य में ऐसी और घटनाओं को लेकर आगाह किया है।
मुंबई, 4 मई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र जहां दो पुलिसकर्मियों की हत्या और आत्महत्या से सकते में है, वहीं शिव सेना ने सोमवार को राज्य पुलिस विभाग में भविष्य में ऐसी और घटनाओं को लेकर आगाह किया है।
शिव सेना का कहना है कि 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ लड़ने और बलिदान देने वाली मुंबई पुलिस के कर्मचारी छुट्टी के मसले पर एक-दूसरे की हत्या कर रहे हैं।
शिव सेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा है, “राज्य के किसानों की तरह पुलिस बल में भी आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं। क्या गृह विभाग इसे सिर्फ सहकर्मियों के बीच हत्या या आत्महत्या का आम मामला बता कर इसकी फाइल बंद कर देगी?”
संपादकीय में कहा गया है कि पिछले शनिवार को सहायक उप-निरीक्षक दिलीप शिर्के बिना दफ्तर को सूचित किए छुट्टी पर चले गए और वापस आने पर गुस्से में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विलास जोशी को गोली मार दी तथा फिर उसने खुदकुशी कर ली। संपादकीय कहता है कि यह घटनाा पूरे पुलिस बल को प्रभावित कर सकती है।
शिव सेना ने कहा है, “जिन लोगों पर कानून-व्यवस्था बरकरार रखने की जिम्मेदारी है, वे अपना मानसिक संतुलन खो रहे हैं, भविष्य में इसका प्रभाव भयानक हो सकता है।”
शिव सेना ने कहा कि पुलिस विभाग में लोगों पर काम का अतिरिक्त बोझ है और वे अपना नियंत्रण खो कर एक-दूसरे की हत्या और आत्महत्या कर रहे हैं। “बेहतर होगा, अगर यह सबकुछ रोका जा सके।”