(खुसुर-फुसुर)– मप्र की विधानसभा में हुए कार्यक्रम में प्रबंधन के विषय में माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्रों की टीम पर तानाशाही दिखाने का रवैया सामने आया.सूत्रों ने बताया की माखनलाल में अब नए छात्रों की रुचि कम हुई है.पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संस्थानों का न आना या जो आये भी तो कुलपति द्वारा उनके चयन में अडंगा लगा देना चर्चा में है.
अब खबर यह है की कुटियाला की कारगुजारी का चिटठा संघ के पास गया है और इन्हें ले कर महत्वपूर्ण निर्णय होने वाला है.अब देखना यह है राष्ट्र के भविष्य इन युवाओं को इस कुलपति की तानाशाही से बचाया जाता है या इसी तरह बच्चे दंश झेलते रहेंगे और अपनी किस्मत को कोसेंगे.
खबर यह भी है की हरियाणा से आये एक विद्वान ने माखनलाल के प्रबंधन को जम कर कोसा और छात्रों की योग्यता पर प्रश्न-चिन्ह खड़ा करते हुए कुलपति को दोषी ठहराया.